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पूर्व राष्ट्रपति हामिद करजई बोले- पंजशीर में जंग शुरू होना चिंताजनक, क्योंकि...

अफगानिस्तान के पंजशीर प्रांत में तालिबान लड़ाकों और अहमद मसूद के नेतृत्व वाले प्रतिरोध मोर्चे की सेनाओं के बीच जंग जारी है. टोलो न्यूज ने बताया कि तालिबान ने पुष्टि की कि लड़ाई दो दिनों से चल रही है और दोनों पक्षों के कई लोग हताहत हुए हैं.

Updated on: 03 Sep 2021, 06:08 PM

highlights

  • तमाम कोशिशों के बाद भी जंग शुरू हुई
  • लड़ाई का परिणाम लोगों के हित में नहीं
  • दोनों पक्षों से अपील- युद्ध समाधान नहीं

नई दिल्ली:

अफगानिस्तान के पंजशीर प्रांत में तालिबान लड़ाकों और अहमद मसूद के नेतृत्व वाले प्रतिरोध मोर्चे की सेनाओं के बीच जंग जारी है. टोलो न्यूज ने बताया कि तालिबान ने पुष्टि की कि लड़ाई दो दिनों से चल रही है और दोनों पक्षों के कई लोग हताहत हुए हैं. तालिबान ने पंजशीर में आगे बढ़ने का दावा किया है. तालिबान का कहना है कि उसने विपक्षी बलों के 11 चौकियों के साथ शुतुल जिले के केंद्र पर कब्जा कर लिया है. इस बीच अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति हामिद करजई (Former president Hamid Karzai) ने कहा कि पंजशीर में जंग शुरू होना काफी चिंताजनक है.

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अफगानिस्तान के टोलो न्यूज के अनुसार, पंचशीर को लेकर पूर्व राष्ट्रपति हामिद करजई ने कहा कि पंजशीर में तमाम कोशिशों के बाद भी तालिबान लड़ाकों और प्रतिरोध मोर्चा के बीच लड़ाई नहीं रुक पाई. दोनों पक्षों के बीच जंग शुरू होना चिंताजनक है. इस लड़ाई का परिणाण लोगों के हित में नहीं है. मैं दोनों पक्षों से अपील करता हूं कि युद्ध समाधान नहीं है. बातचीत के माध्यम से अपने मुद्दों को समाधान कीजिए.

टोलो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, तालिबान के सांस्कृतिक आयोग के एक सदस्य इनामुल्ला समांगानी ने कहा कि जारी संघर्ष में विपक्षी बलों के 34 सदस्य मारे गए. तालिबान ने ऑनलाइन एक वीडियो साझा करते हुए कहा कि उनकी सेना शुतुल जिले में आगे बढ़ गई है. समांगानी ने कहा कि पिछली रात के अभियान और पंजशीर के शुतुल जिले में शुक्रवार सुबह हुई झड़पों में विपरीत दिशा में भारी संख्या में लोग मारे गए हैं.

हालांकि, अहमद मसूद के प्रति वफादार बलों ने आंकड़ों को खारिज कर दिया और दावा किया कि तालिबान को भारी नुकसान हुआ है. विपक्षी मोर्चे के एक प्रवक्ता फहीम दशती ने कहा कि पिछले चार दिनों में हुई झड़पों में 350 तालिबानी मारे गए और कम से कम 290 अन्य घायल हो गए. तालिबान ने इन आंकड़ों को खारिज किया है.

दशती ने कहा कि गुरुवार रात तालिबान ने जबल सिराज पहाड़ों के रास्ते शुतुल जिले में घुसने की कई कोशिशें कीं, लेकिन उनके प्रयास विफल रहे, उनके शव युद्ध के मैदान में रह गए और वे केवल 40 शव अपने साथ ले गए. एक विश्लेषक ने कहा कि इस तरह की झड़पों से किसी भी पक्ष को कोई फायदा नहीं होगा और तालिबान और मसूद के तहत बलों के बीच बातचीत फिर से शुरू करने की जरूरत है.

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एरियाना न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, पंजशीर प्रांत के प्रवेश द्वार गुलबहार में गुरुवार को तालिबान और प्रतिरोधी बलों के बीच झड़पें हुईं और दोनों पक्षों ने भारी और हल्के हथियारों का इस्तेमाल किया. दोनों पक्षों ने एक दूसरे पर झड़प उकसाने का आरोप लगाया. प्रतिरोधी गुट ने कहा कि तालिबान ने संघर्ष शुरू किया. प्रतिरोध आंदोलन के प्रवक्ता फहीम दशती ने कहा, दुश्मन ने पंजशीर प्रांत में अंदराब मार्ग से दो बार हमला किया और उन्हें भारी नुकसान हुआ.