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Good News: दक्षिण अफ्रीका में टला ओमिक्रोन का खतरा ! पाबंदियों में ढील  

अब द. अफ्रीका से राहत भरी खबर आई है. दक्षिण अफ्रीका से ओमिक्रोन वैरिएंट का चरम या पीक अब निकल चुका है. ओमिक्रॉन केसों में कमी आने के बाद अब देश से नाइट कर्फ्यू हटा दिया गया है.

Updated on: 31 Dec 2021, 05:35 PM

highlights

  • ओमिक्रॉन सबसे पहले दक्षिण अफ्रीका में सामने आया था
  • दक्षिण अफ्रीका से ओमिक्रोन वैरिएंट का चरम अब निकल चुका है
  • ओमिक्रॉन केसों में कमी आने के बाद नाइट कर्फ्यू हटा दिया गया है

 

नई दिल्ली:

कोरोना (Corona virus) का नया वैरिएंट ओमिक्रॉन ( Omicron) सबसे पहले दक्षिण अफ्रीका ( South Africa) में सामने आया था. और देखते ही देखते दुनिया भर में दहशत का दूसरा नाम बन गया. विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन (WHO) के मुताबिक अब तक 90 से अधिक देशों में ओमिक्रॉन के मामले सामने आ चुके हैं. ओमिक्रॉन ने दक्षिण अफ्रीका में भारी तबाही मचाई. लेकिन अब द. अफ्रीका से राहत भरी खबर आई है. दक्षिण अफ्रीका से ओमिक्रोन वैरिएंट का चरम या पीक अब निकल चुका है. ओमिक्रॉन केसों में कमी आने के बाद अब देश से नाइट कर्फ्यू हटा दिया गया है.

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक हाल के दिनों में कोरोना और ओमिक्रोन की वजह से अस्‍पताल में भर्ती होने वालों की संख्‍या में पहले के मुकाबले काफी कमी आई है. 25 दिसंबर को खत्‍म हुए सप्‍ताह के दौरान इस बात को देखा गया है कि जहां इससे पहले के सप्‍ताह में देश में 127753 मामले सामने आए थे वहीं इस बार ये 89781 थे. 

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एक बयान में कहा गया है कि मरीजों की संख्‍या में आई कमी के बाद दूसरी बीमारियों से ग्रसित मरीजों के रूटिन चैकअप की सुविधा को भी दोबारा बहाल कर दिया गया है. बता दें कि दक्षिण अफ्रीका में कोरोना महामारी के दौरान करीब 35 लाख मामले दर्ज किए गए जिसमें से करीब 90 हजार मरीजों की मौत भी हो गई थी. जानकारों का कहना है कि जल्‍द ही ओमिक्रोन वैरिएंट कोरोना के डेल्‍टा वैरिएंट की जगह ले लेगा और इसके मामलों में भी जबरदस्‍त तेजी आएगी.    

भारत में भी ओमिक्रोन के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. यहां पर अब तक 1200 से अधिक मामले सामने आ चुके हैं, जिनमें सबसे अधिक महाराष्‍ट्र और दिल्‍ली में हैं. आपको बता दें कि पूरी दुनिया में कोरोना महामारी के अलावा ओमिक्रोन की दहशत भी साफतौर पर देखी जा सकती है. ब्रिटेन, फ्रांस, अमेरिका में लगातार कोरोना के मामलों में बेतहाशा तेजी देखने को मिली है. दुनिया के कई देशों ने अपने यहां पर पाबंदियों को दोबारा बढ़ा दिया है.