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टेरर फंडिंग पर पाक को झटका, चीन का नहीं मिला साथ, ग्रे लिस्ट में किया गया शामिल

अंतरराष्ट्रीय संस्था फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स ने पाकिस्तान को बड़ा झटका देते हुए ग्रे लिस्ट में डाला है। इस लिस्ट में पाकिस्तान के नाम आने से अब दूसरे देशों से मिल उसे मदद नहीं मिलेगी।

Updated on: 23 Feb 2018, 04:49 PM

नई दिल्ली:

अंतरराष्ट्रीय संस्था फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स ने पाकिस्तान को बड़ा झटका देते हुए ग्रे लिस्ट में डाला है। इस लिस्ट में पाकिस्तान के नाम आने से अब दूसरे देशों से उसे मदद नहीं मिलेगी।

गुरुवार को चीन, तुर्की और यूएई ने पाकिस्तान का साथ देने का फैसला किया था। लेकिन अमेरिका और दूसरे देशों के दबाव के आगे चीन को भी पीछ हटना पड़ा।   

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार एफएटीएफ ने पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट में डालने के साथ ही उस पर अब कड़ी निगरानी रखने के आदेश भी जारी किए हैं।

आतंकियों की मदद और उनके वित्तपोषण की वजह से पाकिस्तान को इस लिस्ट में रखा गया है। साथ ही अंतरराष्ट्रीय समुदाय से मिलने वाली मदद पर भी अब रोक लगाई जा रही है।

बता दें कि पिछले कुछ दिनों से पाकिस्तान के खिलाफ अमेरिका भी आतंकवाद समर्थन के लिए कड़ा रुख अपनाए हुए है।

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वहीं अमेरिका के व्हाइट हाऊस से जारी एक बयान में कहा गया है कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अतंकवाद को रोकने पाकिस्तान सरकार के उठाए कदमों से संतुष्ट नहीं हैं।

ट्रंप ने यहां तक कहा कि पाकिस्तान और अमेरिका की रिश्ते आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई के आधार पर ही तय होंगे।

व्हाइट हाऊस के डिप्टी सेक्रेटरी राज शाह ने मीडिया को बताया कि ऐसा पहली बार हुआ है कि पाकिस्तान को उसके आतंकवाद के खिलाफ एक्शन को लेकर देखा जा रहा है। उन्होंने पाकिस्तान से आतंकवाद के खिलाफ लगातार एक्शन लेने की बात कही है।

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