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यूक्रेन पर हमला करने के लिए पुतिन पर चले Nuremberg Trial जैसा केस

नया ट्रिब्यूनल बनाने से अंतर्राष्ट्रीय कानून में ऐसी खामियों को बंद कर दिया जाएगा जिसे पुतिन न्याय को चकमा देने के लिए इस्तेमाल कर सकते थे.

Updated on: 19 Mar 2022, 12:28 PM

highlights

  • नाजी युद्ध अपराधियों के खिलाफ बना था विशिष्ट कानून
  • अब पुतिन पर उसी तरह के मुकदमे की हो रही वकालत
  • ब्रिटेन के पूर्व पीएम समेत 740,000 लोगों ने किया समर्थन

लंदन:

ब्रिटेन (Britain) के पूर्व प्रधानमंत्री गॉर्डन ब्राउन ने कहा कि वह यूक्रेन पर हमले को लेकर रूस (Russia) के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) के खिलाफ 'न्यूरमबर्ग ट्रायल' सरीखे मुकदमे का समर्थन करते हैं. बीबीसी ने रिपोर्ट किया कि ब्राउन 140 शिक्षाविदों, वकील और राजनेताओं में शामिल हैं, जिनमें यूक्रेनी विदेश मंत्री डायमट्रो कुलेबा और एक अन्य पूर्व ब्रिटिश प्रधानमंत्री जॉन मेजर शामिल हैं, जिन्होंने दूसरे वर्ल्ड वॉर के बाद नाजी युद्ध अपराधियों के न्यूरमबर्ग ट्रायल के आधार पर एक नई कानूनी प्रणाली की स्थापना के लिए एक याचिका पर हस्ताक्षर किए हैं. याचिका को अब तक 740,000 लोगों ने समर्थन दिया है. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden), यूक्रेनी राष्ट्रपति वलोदिमिर जेलेंस्की और यूके के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन (Boris Johnson) सहित कई विश्व नेताओं ने पुतिन पर युद्ध अपराध करने का आरोप लगाया है.

शुक्रवार देर रात प्रकाशित डेली मेल के लिए एक लेख में ब्राउन ने कहा कि एक नया ट्रिब्यूनल बनाने से अंतर्राष्ट्रीय कानून में ऐसी खामियों को बंद कर दिया जाएगा जिसे पुतिन न्याय को चकमा देने के लिए इस्तेमाल कर सकते थे. हमें यूक्रेन के लोगों को आश्वस्त करने के लिए तेजी से आगे बढ़ना चाहिए कि हम कार्रवाई के लिए प्रतिबद्ध हैं. हमें पुतिन के सहयोगियों को बताया चाहिए कि फंदा कड़ा हो रहा है. अगर वे पुतिन से दूरी नहीं बनाते हैं तो उन्हें अभियोजन और जेल का सामना करना पड़ता है.

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उन्होंने आगे कहा, 'ब्रिटेन लोकतंत्र और कानून के शासन पर गर्व करता है. न्यूरमबर्ग ट्रायल में हमने नाजी युद्ध के अपराधियों का फैसला किया. 8 दशक बाद हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि पुतिन के लिए गणना का दिन कौन सा होगा.' ब्राउन की यह टिप्पणी ऐसे समय आई है जब अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय (आईसीजे) वर्तमान में यूक्रेन में कथित युद्ध अपराधों के लिए पुतिन की जांच कर रहा है. बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार हेग स्थित अदालत संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के एक रेफरल के बिना आक्रामकता के अपराध को आगे नहीं बढ़ा सकती है, जिसे रूस वीटो कर सकता है.