तालिबान ने कहा- दाएश अफगानिस्तान के लिए खतरा नहीं, हम निपटना जानते हैं
मुजाहिद ने कहा कि नंगरहार प्रांत में पिछली घटनाओं के संबंध में दो समूहों को गिरफ्तार किया गया है. दाएश कोई खतरा नहीं है, क्योंकि दाएश के बारे में लोगों के बीच एक नफरत भरा विचार है. कोई उनका समर्थन नहीं करता.
highlights
- तालिबान ने किया साफ अफगानिस्तान के लिए दाएश खतरा नहीं
- तालिबान ने कहा- दाएश से लड़ाई अतीत की, निपटना जानते हैं
- अफगानिस्तान में हुए कई हमलों की जिम्मेदारी दाएश ने ली है
नई दिल्ली :
अफगानिस्तान में तालिबान राज आने के बाद से वहां खूनी खेल चल रहा है. नंगरहार प्रांत के जलालाबाद शहर में तालिबानी लड़ाकों के वाहन पर सीरियल ब्लास्ट किया गया. जिसमें तीन लोगों की मौत और 20 लोग जख्मी हो गए. हमले की जिम्मेदारी दाएश (Daesh) ने ली. हाल में तालिबान के खिलाफ जितने हमले हुए हैं उन सबकी जिम्मेदारी दाएश ने ली है. वहीं तालिबान का कहना है कि दाएश पर लगाम लगाया जा सकता है. यह समूह देश के लिए खतरा पैदा करने में सक्षम नहीं है. टोलो न्यूज से बातचीत में संस्कृति और सूचना उप मंत्री जबीहुल्लाह मुजाहिद ने कहा कि तालिबान की कार्यवाहक सरकार अफगानिस्तान में दाएश पर लगाम लगा सकती है और समूह देश के लिए खतरा पैदा करने में सक्षम नहीं है.
दाएश से निपटना हम जानते हैं
मुजाहिद ने कहा कि नंगरहार प्रांत में पिछली घटनाओं के संबंध में दो समूहों को गिरफ्तार किया गया है. दाएश कोई खतरा नहीं है, क्योंकि दाएश के बारे में लोगों के बीच एक नफरत भरा विचार है. कोई उनका समर्थन नहीं करता.
दूसरा, दाएश के खिलाफ हमारी लड़ाई अतीत में प्रभावी थी और हम जानते हैं कि उनकी तकनीकों को कैसे बेअसर किया जाए.
दाएश ने कई हमलों की जिम्मेदारी ली है
बता दें कि दाएश ने पिछले महीने काबुल और नंगरहाल प्रांत में हुए कई हमलों की जिम्मेदारी ली है. जिन वीडियो में दाएश ने हमलों की जिम्मेदारी ली है, वे अमाक न्यूज एजेंसी द्वारा पोस्ट किए गए थे, जो दाएश के लिंक वाले एक आउटलेट थे.
नंगरहार और काबुल में हुए पिछले हमलों को देखते हुए कुछ राजनीतिक विश्लेषकों ने कहा कि ऐसा लगता है कि यह समूह अफगानिस्तान में मौजूद है.
अफगानिस्तान में सक्रिया हैं दाएश
राजनीतिक विश्लेषक इब्राहिम बेस ने टोलो न्यूज को बताया कि वे दिखाना चाहते थे कि वे अफगानिस्तान में सक्रिय रूप से मौजूद हैं. उन्होंने अफगानिस्तान में मौजूदा सरकार के खिलाफ लड़ने का फैसला किया है.
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अफगानिस्तान की धरती पर विद्रोही समूह को नहीं मिलेगी जगह
मुजाहिद ने आगे कहा कि अमेरिका, नाटो और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के अन्य लोग लगातार अफगानिस्तान में अलकायदा और दाएश की गतिविधियों पर चिंता जताते हैं, लेकिन तालिबान ने किसी भी विद्रोही समूह को अफगानिस्तान से संचालित होने और अन्य देशों को धमकी देने की अनुमति नहीं देने का संकल्प लिया है.
नंगरहार प्रांत में रविवार शाम को एक विस्फोट हुआ जिसमें प्रांत में एक बच्चे की मौत हो गई और तालिबान बलों के एक सदस्य सहित दो लोग घायल हो गए.
काबुल ब्लास्ट में दाएश का हाथ
काबुल में शनिवार को एक विस्फोट हुआ था जिसमें दो लोग घायल हो गए थे. दो अन्य विस्फोट शनिवार को नंगरहार में तालिबान के एक वाहन को निशाना बनाकर किए गए थे, जिसमें करीब 20 लोग घायल हो गए थे. इन हमलों की जिम्मेदारी दाएश ने ली थी.
बता दें कि पिछले महीने ISIS Khorasan की खुफिया इकाई का प्रमुख असदुल्लाह ओरकजई को मार गिराय गया. NDS( National Directorate of Security) की स्पेशल यूनिट्स ने पाकिस्तान के निवासी इस कुख्यात आतंकी को मौत के घाट उतार दिया. ओरकजई का असली नाम जियाउर्रहमान था और वह अफगानिस्तान में अंजाम दिए गए कई आतंकी हमलों में शामिल था.
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