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चीन में फिर आई कोरोना की नई लहर, जानिए भारत को कितना खतरा?

एक न्यूज एजेंसी के अनुसार कोरोना वायरस का सबसे ज्यादा प्रकोप चीन के दालियान प्रांप की नॉर्थ-वेस्टर्न सिटी में देखने को मिल रहा है. यहां झुंगाझे विश्वविद्यालय में कोरोना के दर्जनों केस सामने आए

Updated on: 15 Nov 2021, 06:03 PM

नई दिल्ली:

भारत समेत दुनिया के तमाम देशों में कोरोना वायरस के खिलाफ के जंग जारी है. भारत में कोरोना से लड़ाई में युद्ध स्तर पर वैक्सीनेशन का काम किया जा रहा है. इस बीच चीन से बड़ी खबर सामने आई है. यहां एक बार फिर कोरोना संक्रमण बढ़ने लगा है. चीन के एक विश्वविद्यालय में कोरोना संक्रमण के चलते 1500 से ज्यादा स्टूडेंट्स को आइसोलेट कर दिया गया है. एक न्यूज एजेंसी के अनुसार कोरोना वायरस का सबसे ज्यादा प्रकोप चीन के दालियान प्रांप की नॉर्थ-वेस्टर्न सिटी में देखने को मिल रहा है. यहां झुंगाझे विश्वविद्यालय में कोरोना के दर्जनों केस सामने आए. जिसके बाद प्रशासन ने अहतियात के तौर पर कैंपस को सील कर दिया. इसके साथ ही छात्रों को एक होटल में आइसोलेट कर दिया गया है. हालांकि छात्रों को आइसोलेशन में ऑनलाइन क्लास अटेंड करने की अनुमति दी गई है.

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गौरतलब है कि चीन ही वो देश है, जहां से कोरोना वायरस की उत्पत्ति बताई जा रही है. हालांकि चीन ने कभी इस बात को स्वीकार नहीं किया गया है, लेकिन कोरोना के शुरुआती केस चीन में देखने को मिले थे. कोरोना वायरस को अगर चीन की देन कहें तो कुछ गलत नहीं होगा. वहीं, चीन कोरोना को लेकर हमेशा जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाता रहा है. जहां कहीं भी कोरोना के कुछ मामले देखने में आते हैं, वहां लॉकडाउन लगा दिया जाता है. इसके साथ ही क्वारंटीन और आइसोलेशन वहां के लोगों के लिए एक सामान्य बात बन गई है. कोरोना से जंग में जीत के लिए बूस्टर डोज लगाने की तैयारी चल रही है.