logo-image

कोरोना वायरस जो न कराए, अमेरिका में भारतीय छात्रों के लिए ऑनलाइन दीक्षांत समारोह का आयोजन

कोरोना वायरस वैश्विक महामारी के बीच हजारों भारतीय छात्र अमेरिका तथा भारत में अपने दोस्तों और परिवारों के साथ शुक्रवार को अनोखे ऑनलाइन दीक्षांत समारोह में शामिल हुए.

Updated on: 23 May 2020, 10:01 AM

वाशिंगटन:

कोरोना वायरस (Corona Virus) वैश्विक महामारी के बीच हजारों भारतीय छात्र अमेरिका तथा भारत में अपने दोस्तों और परिवारों के साथ शुक्रवार को अनोखे ऑनलाइन दीक्षांत समारोह में शामिल हुए. अमेरिका में भारत के राजदूत तरणजीत सिंह संधू ने छात्रों को दिए भाषण में कहा, ‘‘यह अभूतपूर्व समय अभूतपूर्व अवसरों का भी है. नवोन्मेष आगे के सफर का हिस्सा है और आप वे अग्रदूत होंगे जो दुनिया को आकार देंगे.’’

यह भी पढ़ें : 1,00,000 मौतों की ओर बढ़ रहा अमेरिका, डोनाल्ड ट्रम्प ने धर्मस्थलों को खोलने की वकालत की

एम्बैसी ऑफ इंडिया स्टूडेंट हब द्वारा आयोजित कार्यक्रम का मकसद छात्रों की आकदमिक उपलब्धियों को पहचानना और महामारी के कारण उत्पन्न अनिश्चितता की स्थिति में उनका मनोबल ऊंचा करना था. कोविड-19 के कारण इस साल अमेरिका में लोगों की मौजूदगी वाले दीक्षांत समारोहों को रद्द कर दिया गया है. प्रतिष्ठित शख्सियतों जैसे कि गायक एवं उद्यमी लालित्य मुंशा, अभिनेत्री गौतमी तडीमल्ला, तबला वादक पंडित दिव्यांग वकील, एम्स के पूर्व निदेशक पी. वेणुगोपाल, आईपीएस अधिकारी एवं पर्वतारोही अपर्णा कुमार और महात्मा गांधी की पोती एवं शांति कार्यकर्ता ईला गांधी ने स्नातक की डिग्री हासिल करने वाले छात्रों को संदेश भेजे.

संधू ने कहा, ‘‘अमेरिका में 2,00,000 से अधिक भारतीय छात्र हैं. 2020 बैच के छात्र सामान्य दीक्षांत समारोह में भाग नहीं ले पाए जो कि अकादमिक सत्र के अंत में बड़े जश्न का मौका होता है.’’ उन्होंने कहा कि इंडिया स्टूडेंट हब ने उनके लिए ऑनलाइन दीक्षांत समारोह कराने की पहल की.

यह भी पढ़ें : कहीं आपका फोन नंबर-पता-ई-मेल तो नहीं हो गया हैक, करोड़ों भारतीयों को निजी जानकारी लीक

संधू ने कहा, ‘‘ये भविष्य के प्रवर्तक, उद्यमी, डॉक्टर और वैज्ञानिक होंगे. हम उन्हें भविष्य और सफलता के लिए शुभकामनाएं देते हैं.’’ यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया बर्केले स्कूल ऑफ लॉ से स्नातक करने वाले विस्मय मल्कान ने कहा कि विदेश में पढ़ना कई छात्रों का सपना होता है. सामान्य तरीके से दीक्षांत समारोह न होना दिल तोड़ने वाला है.

मल्कान ने कहा, ‘‘इस ऑनलाइन समारोह ने वाकई मुझे खुश कर दिया और मुझे गर्व है कि मैं इस खूबसूरत देश भारत का नागरिक हूं.’’