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कोरोना से कत्ल-ए-आम मचाने के बाद चीन की 'एलियंस साजिश' का खुलासा

पूरी दुनिया में कोरोना फैलाने का आरोप झेल रहा चीन (China)अब एलियंस की खोज शुरू करने जा रहा है. वह सबसे बड़े टेलिस्कोप की मदद से एलियंस सर्च शुरू करने की योजना बना रहा है.

Updated on: 01 Jun 2020, 06:20 PM

नई दिल्ली:

पूरी दुनिया में कोरोना फैलाने का आरोप झेल रहा चीन (China)अब एलियंस की खोज शुरू करने जा रहा है. वह सबसे बड़े टेलिस्कोप की मदद से एलियंस सर्च शुरू करने की योजना बना रहा है. एक्स्ट्राटेरेस्ट्रियल इंटेलिजेंस (SETI) के वैज्ञानिकों ने एलियंस की तलाश में काम शुरू कर दिया है. बताया जा रहा है कि इसी साल सितंबर महीने से चीन आधिकारिक रूप से एलियंस की खोज शुरू कर देगा.

सबसे 'फास्ट' टेलिस्कोप खोजेगा एलियंस

अंतरिक्ष में एलियंस का पता लगाने के लिए फाइव हंड्रेड मीटर अपर्चर स्फेरिकल टेलिस्कोप (FAST) का प्रयोग करने की योजना है. SETI के वैज्ञानिक FAST की मदद से पराग्रहियों की खोज-बीन करेंगे. यह टेलिस्कोप करीब 5 साल की मेहनत के बाद बनाया गया है. साल 2011 में इस टेलिस्कोप पर काम शुरू हुआ था जो साल 2016 में पूरा हुआ. इसी साल जनवरी से टेलिस्कोप का प्रयोग शुरू हुआ है. SETI के वैज्ञानिकों ने मार्च में एक रिपोर्ट प्रकाशित कर बताया था कि वे कैसे FAST टेलिस्कोप का उपयोग कर रहे हैं.

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ऐसे होगी एलियंस की पहचान !

वैज्ञानिक फिलहाल यह कोशिश कर रहे हैं कि कैसे रेडियो फ्रिक्वेंसी की वजह की वजह से होने वाली बाधाओं को हटाया जाए. ऐसा इसलिए ताकि अंतरिक्ष की तरफ से धरती पर आने वाले एलियंस के सिग्नल को पहचान कर उनकी पहचान की जा सके. चीन के वैज्ञानिकों ने अंतरिक्ष में एलियंस की मौजूदगी को लेकर उम्मीद जताते हुए दावा किया है कि नए टेलिस्कोप की मदद से धरती की तरफ आने वाली सभी तरह की तरंगों को फिल्टर करना आसाना होगा. इससे एलियंस से संवाद करना भी आसान होगा.

मिशन सितंबर 2020 में शुरू होगा

चीन के SETI प्रोजेक्ट के वरिष्ठ वैज्ञानिक झांग तोंगजी के मुताबिक, "हमारा एलियंस को खोजने का मिशन सितंबर 2020 में शुरू होगा. इस प्रोजेक्ट की वजह से अंतरिक्ष में पहले से चल रहे दूसरे प्रोजेक्ट्स को कोई नुकसान नहीं होगा". बता दें कि चीन अंतरिक्ष में कई तरह के कार्यक्रम पहले से ही चला रहा है. नए नए तरह के उपग्रहों के प्रक्षेपण के अलावा भी वह अंतरिक्ष में कई बड़े शोध काम में जुटा है.

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चीन से निकला कोरोना वायरस दुनिया में अबतक लाखों लोगों की बलि ले चुका है. ऐसे में अब चीन का ये एलियंस प्रयोग दुनिया के लिए कितना बड़ा खतरा हो सकता है, इसका अंदाजा लगाना मुश्किल नहीं.