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चीन की वैक्सीन निकली बेकार, पाकिस्तान ने जारी किए सुरक्षा निर्देश

पाकिस्तान ने अपने यहां कोविड-19 (COVID-19) रोधी टीकाकरण अभियान की शुरुआत करने के एक दिन बाद कहा कि चीन का सिनोफार्म टीका 60 साल से अधिक उम्र के लोगों के लिए प्रभावी नहीं है.

Updated on: 06 Feb 2021, 01:29 PM

highlights

  • चीन ने पाकिस्तान को दी 5 लाख वैक्सीन दान
  • 60 के ऊपर लोगों पर चीनी वैक्सीन प्रभावी नहीं
  • भारत ने कोरोना वैक्सीन पड़ोसी देशों को दीं मुफ्त.

इस्लामाबाद:

एक तो दुनिया भर की तुलना में सबसे देरी से कोरोना टीकाकरण अभियान शुरू होना. दूसरे चीन से दान से मिली वैक्सीन का बेकार निकलना... पाकिस्तान (Pakistan) की आवाम की तो जान ही सांसत में आ गई है. स्थिति यहां तक गंभीर हो गई है कि पाकिस्तान ने अपने यहां कोविड-19 (COVID-19) रोधी टीकाकरण अभियान की शुरुआत करने के एक दिन बाद कहा कि चीन का सिनोफार्म टीका 60 साल से अधिक उम्र के लोगों के लिए प्रभावी नहीं है. चीन ने पाकिस्तान को 5 लाख सिनोफार्म टीके दान किए थे, जिन्हें लेने सोमवार को पाकिस्तान से एक विमान गया था. इधर पाकिस्तान का पड़ोसी देश भारत कोरोना वैक्सीन (Corona Diplomacy) को 17 देशों में पहुंचा चुका है, जिसमें पड़ोसी देशों के साथ-साथ पश्चिम एशिया, अफ्रीका और लैटिन अमेरिका भी शामिल हैं. आंकड़ों से पता चलता है कि भारत ने कोविड -19 टीकों की 56 लाख खुराक की सप्लाई दूसरे देशों को की है.

पाकिस्तान में 60 से अधिक वय के लिए टीका मुफीद नहीं
पाकिस्तान के वजीर-ए-आजम इमरान खान के स्वास्थ्य मामलों के विशेष सहायक डॉक्टर फैसल सुल्तान ने मीडिया से कहा कि पाकिस्तान की विशेषज्ञ समिति ने डाटा के प्रारंभिक विश्लेषण पर विचार करने के बाद सुझाव दिया है कि टीका केवल 18 से 60 साल तक के आयु समूहों के लोगों को लगाया जाए. उन्होंने कहा, 'समिति ने इस चरण में सिनोफार्म टीके को 60 साल से अधिक उम्र के लोगों के लिए अधिकृत नहीं किया है.' गौरतलब है कि चीन ने सरकारी कंपनी 'सिनोफार्म' द्वारा विकसित कोरोना वायरस के टीके को सशर्त मंजूरी दे दी थी. 'सिनोफार्म' ने इससे पहले कहा था कि उसका टीका जांच के अंतिम और तीसरे चरण के नतीजों के अनुसार, संक्रमण से बचाव में 79.3 फीसदी प्रभावी पाया गया है. चीनी अधिकारियों ने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के मानकों की तुलना में 'सिनोफार्म' के नतीजे 50 फीसदी बेहतर हैं.

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कैरेबियन समुदाय को 5 लाख खुराक
इस बीच भारत कोरोना डिप्लोमेसी को धार देते हुए अब तक भूटान, मालदीव, बांग्लादेश, नेपाल, म्यांमार, मॉरीशस, श्रीलंका, यूएई, ब्राजील, मोरक्को को वैक्सीन की आपूर्ति कर चुका है. बहरीन, ओमान, मिस्र, अल्जीरिया, कुवैत और दक्षिण अफ्रीका को भी वैक्सीन दी गई है. अगले कुछ दिनों में कैरेबियन समुदाय वाले देशों को कोरोना वैक्सीन की 5 लाख खुराक देने की योजना बनाई गई है. भारत अफ्रीका को 1 करोड़ खुराक और संयुक्त राष्ट्र के स्वास्थ्य कर्मचारियों को 10 लाख खुराक की आपूर्ति करेगा. भारतीय विदेश मंत्रालय के मुताबिक उपलब्धता और घरेलू आवश्यकताओं के आधार पर टीकों की बाहरी आपूर्ति की जा रही है. आने वाले हफ्तों में भारतीय टीके प्रशांत द्वीप राज्यों, निकारागुआ, अफगानिस्तान, मंगोलिया आदि तक पहुंचाने का भी लक्ष्य है. 

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पाकिस्तान हाई कमीशन ने पूछताछ की भारतीय वैक्सीन के बारे में
चीन की वैक्सीन का हवा निकल जाने के बाद दिल्ली स्थित पाकिस्तान हाई कमीशन ने अपने देश के विदेश मंत्रालय से पूछा है कि भारत में बनी कोरोना वैक्सीन लें या ना लें. दरअसल पाकिस्तान को कोरोना के पांच लाख टीके दान में मिले हैं. अब इन्हीं टीकों के जरिए पाकिस्तान में टीकाकरण अभियान शुरू हुआ है. हालांकि भारत ने पहले ही पाकिस्तान को वैक्सीन का ऑफर दिया था, लेकिन उसका कोई जवाब नहीं आया. इसके बाद 20 जनवरी 2021 से कोविड-19 टीकों की 56 लाख से अधिक खुराक पड़ोसी देशों को भेजी गई हैं. ये आपूर्ति संबंधित देशों के मांगने पर दी गईं हैं.