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दिल्ली में इजरायली दूतावास के पास धमाके के मास्टरमाइंड की ईरान में हत्या

ईरान रिवोल्‍यूशनरी गार्ड का कर्नल हसन सैयद खोदायारी साल 2012 में नई दिल्‍ली में इजरायली राजनयिक (israeli diplomat) पर हुए कार बम हमले के लिए जिम्‍मेदार था.

Updated on: 24 May 2022, 01:40 PM

highlights

  • तेहरान के मोहहेद्दिन-ए-इस्‍लाम सड़क पर कर्नल हसन को मारा 
  • फिलहाल किसी भी गुट ने इस हत्‍याकांड की जिम्‍मेदारी नहीं ली है
  • इस हत्‍याकांड के बाद इजरायल ने अपने दूतावासों को अलर्ट किया

तेलअवीव:

भारत की राजधानी नई दिल्‍ली में साल 2012 में अपने राजनयिक पर 'ईरानी' हमले का इजरायल ने बदला ले लिया. ईरान में घुसकर इस टारगेटेड मर्डर को इजरायली खुफिया एजेंसी मोसाद ने अंजाम दिया है. इजरायल की मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ईरान की राजधानी तेहरान में रविवार को मार गिराया गया रिवोल्‍यूशनरी गार्ड ( iran revolutionary guard ) का कर्नल हसन सैयद खोदायारी कई देशों में इजरायली राजदूतों पर हमले का मास्‍टरमांइड था. वहीं, ईरान के विरोधी गुटों से जुड़ी मीडिया रिपोर्ट्स खासकर न्‍यूज वेबसाइट ईरान इंटरनेशनल ने भी कर्नल हसन के मारे जाने के इजरायली दावे की पुष्टि की है.

रिपोर्ट्स का दावा है कि मारा गया रिवोल्‍यूशनरी गार्ड का कर्नल हसन सैयद खोदायारी साल 2012 में नई दिल्‍ली में इजरायली राजनयिक (israeli diplomat) पर हुए कार बम हमले के लिए जिम्‍मेदार था. नई दिल्‍ली के हाई सिक्योरिटी जोन में हुए इस आतंकी हमले में इजरायली राजनयिक की पत्‍नी घायल हो गई थीं. इसके अलावा नई दिल्ली हमले के एक दिन बाद थाइलैंड में हुए सिलसिलेवार हमले के लिए भी रिपोर्ट में कर्नल हसन ही जिम्‍मेदार था.

किसी ने नहीं ली है हत्याकांड की जिम्मेदारी

तेहरान के मोहहेद्दिन-ए-इस्‍लाम सड़क पर कर्नल हसन को मारा गया. इस इलाके में ईरान के कुख्‍यात कुद्स फोर्स के वरिष्‍ठ अफसर रहते हैं. जानकारी के मुताबिक कर्नल हसन को उनके घर के बाहर अज्ञात हमलावरों ने पांच गोलियां मारी. इसके बाद दोनों हमलावर मोटरसाइकिल पर सवार होकर फरार हो गए. फिलहाल किसी भी गुट ने इस हत्‍याकांड की जिम्‍मेदारी नहीं ली है. आधिकारिक रूप से इस हत्‍याकांड पर इजरायल ने भी  कोई बयान नहीं दिया है.

ईरान ने कहा - जल्द लेंगे हत्याकांड का बदला

रिपोर्ट्स के मुताबिक ईरान अभी तक यह पता नहीं लगा पाया है कि यह हमला किसने और कैसे अंजाम दिया है. इसके बावजूद ईरान ने हत्‍याकांड का बदला लेने का संकल्प किया है. हालांकि अभी तक उसने हत्याकांड के लिए सीधे तौर पर इजरायल का नाम नहीं लिया है. वहीं इजरायल ने इस हत्‍याकांड के मद्देनजर दुनियाभर में अपने दूतावासों को अलर्ट कर दिया है. इजरायल को ईरान की ओर से जवाबी हमले की आशंका है. इजरायल के चैनल 13 की रिपोर्ट के मुताबिक कर्नल हसन के हत्‍यारे फिलहाल फरार हैं.

मोसाद ने पहले भी ईरान में किए बड़े ऑपरेशन

दुनिया भर में चर्चा है कि ईरान की राजधानी तेहरान के सबसे सुरक्षित बताए जाने वाले इलाके में इस हत्‍याकांड को इजरायली खुफिया एजेंसी मोसाद ने अंजाम दिया है. पहले भी ईरान में कई हत्‍याकांड को मोसाद अंजाम दे चुकी है. ईरान के सैन्‍य पत्रकार हुसैन दाल‍िरिआन ने हत्‍याकांड के लिए मोसाद के जासूसों पर उंगली उठाई है. इससे पहले नवंबर 2020 में मोसाद ने इजरायल के परमाणु वैज्ञनिक मोहसेन फखरिजादेह को मार गिराया था. 

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ईरान के ड्रोन कार्यक्रम से जुड़े हुए थे कर्नल हसन

ईरानी सेना ने कुद्स फोर्स के सदस्‍य कर्नल हसन की हत्या को आपराधिक आतंकी कार्रवाई करार दिया है. साथ ही उसने इशारों में अमेरिका और इजरायल को जिम्‍मेदार ठहराया है. ईरानी सुरक्षा सूत्रों के मुताबिक कर्नल हसन ईरान के ड्रोन कार्यक्रम से बहुत करीबी से जुड़े हुए थे. वहीं इजरायली अखबार यरुशलम पोस्‍ट की रिपोर्ट के मुताबिक कर्नल हसन कुद्स फोर्स के सदस्‍य थे. ईरान की नूर न्‍यूज एजेंसी ने इस हत्‍याकांड को लक्ष्‍मण रेखा करार दिया और कहा कि जिम्‍मेदार लोगों को भारी कीमत चुकानी होगी.