रूस पर अमेरिका थोप रहा प्रतिबंध, चीन ने राहत दे गेंहू आयात बहाल किया

यूक्रेन पर रूसी हमले के बाद चीन के जनरल एडमिनिस्ट्रेशन ऑफ कस्टम ने गेंहू के आयात से प्रतिबंध हटाने की घोषणा कर दी.

यूक्रेन पर रूसी हमले के बाद चीन के जनरल एडमिनिस्ट्रेशन ऑफ कस्टम ने गेंहू के आयात से प्रतिबंध हटाने की घोषणा कर दी.

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Nihar Saxena
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इस महीने की शुरुआत में हुआ रूस-चीन के बीच समझौता.( Photo Credit : न्यूज नेशन)

जैसा अपेक्षित था रूस-यूक्रेन संकट पर चीन ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) का ही साथ दिया है. यूक्रेन (Ukraine) पर रूसी हमले के बाद जहां अमेरिका और कई पश्चिमी देशों ने दंडात्मक कार्रवाई करते हुए कई तरह के आर्थिक प्रतिबंध लगा दिए हैं, वहीं चीन (China) ने रूस को राहत देते हुए गेंहू आयात से जुड़े प्रतिबंधों को हटाने का बड़ा फैसला किया है. गौरतलब है कि रूस-यूक्रेन की जंग में दुनिया भी दो खेमों में बंटी नजर आ रही है. यूक्रेन के समर्थन में जहां अमेरिका, नाटो देश और जी-7 समूहों के देश आ चुके हैं, वहीं चीन औऱ पाकिस्तान खुलकर रूस (Russia) का साथ दे रहे हैं. भारत जैसे चंद देश अभी भी देखो और इंतजार करो की नीति पर चल रहे हैं. हालांकि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने गुरुवार को व्लादिमीर पुतिन को फोन कर बातचीत के जरिये संकट का हल निकलाने की बात की है. 

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फरवरी की शुरुआत में हुआ था शी-पुतिन के बीच समझौता
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक गुरुवार को यूक्रेन पर रूसी हमले के बाद चीन के जनरल एडमिनिस्ट्रेशन ऑफ कस्टम ने गेंहू के आयात से प्रतिबंध हटाने की घोषणा कर दी. यह कदम उस समझौते के तहत उठाया गया है, जो इस महीने की शुरुआत में व्लादिमीर पुतिन और शी जिनपिंग के बीच हुआ था. प्राप्त जानकारी के मुताबिक 8 फरवरी को चीन और रूस के बीच एक समझौता हुआ था. इस समझौते के तहत चीन रूस से गेहूं और धान खरीदने और इसके एवज में रूस कंटेमिनेशन रोकने के लिए जरूरी कदम उठाने पर सहमत हुए थे. गौरतलब है कि रूस दुनिया के सबसे बड़े गेहूं उत्पादक देशों में से एक है, लेकिन रूस चीन को बैक्टीरिया और कंटेमिनेशन के डर के चलते गेहूं निर्यात नहीं करता था. 

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रूस के खिलाफ हैं दुनिया के तमाम देश
गौरतलब है कि यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद पश्चिमी देश एक सुर में पुतिन की आलोचना कर रहे हैं. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने रूस पर कड़े प्रतिबंध लगाने की घोषणा की है. ब्रिटेन के पीएम बोरिस जॉनसन भी कुछ ऐसी ही बात कह रहे हैं. इसी मसले पर जी-7 समूह समेत नाटो के सदस्य देशों की आज एक बैठक भी होने जा रही है. इस कड़ी में यूरोपीय संघ के नेता भी घंटों चली बैठक के बाद रूस पर कड़े आर्थिक प्रतिबंध लगाने पर सहमत हो गए हैं. सुरक्षा परिषद ने भी एक बयान जारी कर कहा है कि रूस यूक्रेन पर अपने हमले को सही ठहराने के लिए 'झूठे और बेकार बहाने' बना रहा है. ऐसे में चीन ने रूस को एक तरह से समर्थन देकर शीतयुद्ध के बाद बदलते समीकरणों का ही एक मुजाहिरा पेश किया है. 

HIGHLIGHTS

  • 8 फरवरी को चीन और रूस के बीच एक समझौता हुआ था
  • इसी के तहत बीजिंग प्रशासन ने गेंहू आयात प्रतिबंध हटाया
  • अमेरिका समेत तमाम देश रूस पर थोप चुके हैं कई प्रतिबंध
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