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अमेरिका में रह रहे प्रवासी भारतीयों ने दो वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाए

एक था एक ही समय सबसे ज्यादा झंडे (Tricolour) फहराने का ओर दूसरा था डमरू का इंडिया डे परेड (India Day Parade) में बड़ी संख्या में इस्तेमाल. अमेरिका में रह रहे प्रवासी भारतीय इन दो वर्ल्ड रिकॉर्ड को बनाने के लिए बड़ी संख्या में एकत्र हुए थे.

Updated on: 22 Aug 2022, 01:13 PM

highlights

  • प्रवासी भारतीयों ने इंडिया डे परेड पर फहराए एक ही समय सबसे ज्यादा तिरंगे
  • एक ही कार्यक्रम में डमरू के बड़ी संख्या में इस्तेमाल का रिकॉर्ड भी बनाया
  • आजादी के अमृत महोत्सव के लिए पीएम नरेंद्र मोदी को भी किया नमन

न्यूयॉर्क:

अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर में आजादी के अमृत महोत्सव कार्यक्रम के तहत फेडरेशन ऑफ इंडियन एसोसिएशन (एफआईए) ने मेडिसन स्क्वॉयर पर एक ही दिन में एक साथ दो-दो गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाए. एक था एक ही समय सबसे ज्यादा झंडे (Tricolour) फहराने का ओर दूसरा था डमरू का इंडिया डे परेड (India Day Parade) में बड़ी संख्या में इस्तेमाल. अमेरिका में रह रहे प्रवासी भारतीय इन दो वर्ल्ड रिकॉर्ड को बनाने के लिए बड़ी संख्या में एकत्र हुए थे. उन्होंने यह कारनामा भारत की आजादी (Independence Day) की 75वीं सालगिरह पर दिखाया. इस मौके पर एकत्र हुए प्रवासी भारतीयों ने आजादी के अमृत महोत्सव (Azadi Ka Amrit Mahotsav) अभियान के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) की भूरि-भूरि प्रशंसा भी की. 

स्वतंत्रता संग्राम के गुमनाम नायकों को दी श्रद्धांजलि
एफआईए के अध्यक्ष केनी देसाई ने कहा कि वह पीएम नरेंद्र मोदी की दृष्टि और प्रयास को सैल्यूट करते हैं. उन्होंने यह भी कहा कि एफआईए ने दो रिकॉर्ड बनाने की सोचा ओर इसमें सफल रहे. इस तरह भारत रूपी मातृभूमि को हमने अपने अंदाज में नमन किया. एफआईए के चेयरमैन अंकुर वैद्य ने कहा कि हम इन रिकॉर्ड्स को वैश्विक भारतीय समुदाय को समर्पित करते हैं, जिनके सहयोग के बगैर इन्हें पूरा कर पाना संभव नहीं था. देसाई ने आगे कहा कि एफआईए ने भारत को गौरवान्वित किया है और हम इस उपलब्धि को भारत के स्वतंत्रता संग्राम के गुमनाम नायकों को समर्पित करते हैं. 

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न्यूयॉर्क की सड़कों पर देशभक्ति का माहौल
एफआईए के सचिव और इस कार्यक्रम की तैयारी करने वाले प्रवीण बंसल ने कहा कि इन रिकॉर्ड्स को रचने के लिए बड़े पैमाने पर सामूहिक प्रयासों की जरूरत थी. एफआईए के स्वयंसेवकों की पूरी टीम ने बीते कई महीनों से इसके लिए दिन-रात अथक मेहनत की. हमारे सामने सबसे बड़ी चुनौती इस काम को अंजाम देने के लिए जरूरी सामग्री जुटाने की थी. इंडिया डे परेड में भाग लेने के लिए 1500 से अधिक स्वयंसेवकों में पंजीकरण कराया था और सभी सुबह-सुबह यहां पहुंच गए. इतनी बड़ी संख्या में भारतीयों, ढोल-डमरू ने पूरे के पूरे माहोल को देशभक्ति से भर दिया.