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अमेरिका की चेतावनी, चीन के खिलाफ भारत का हर मोर्चे पर देगा साथ

चीन (China) के खिलाफ अमेरिका (America) लगातार सख्त रुख अख्तियार कर रहा है. अब अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने कहा है कि दक्षिण चीन सागर में चीन की गतिविधियों से बड़े जलमार्ग पर असर पड़ रहा है. ऐसे में वह दक्षिण चीन सागर से हिमालय तक अपने दोस्तों के साथ खड़

Updated on: 17 Jul 2020, 06:46 AM

वॉशिंगटन:

चीन के खिलाफ हांगकांग स्वायत्तता कानून पर हस्ताक्षर के एक दिन बाद अब अमेरिका ने चीन को एक और कड़ा संदेश दिया है. अमेरिका के विदेश मंत्रालय ने चेतावनी देते हुए चीन से कहा है कि अगर चीन उसके मित्र देशों को परेशान करने की कोशिश करेगा तो वह दक्षिण चीन सागर से हिमालय तक अपने मित्र देशों के साथ खड़ा होगा. ताजा हालात को देखते हुए माना जा रहा है कि अमेरिका चीन के खिलाफ हर मोर्चे पर भारत का साध देगा.

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अमेरिका का विदेश मंत्रालय लगातार कह रहा है कि जब दुनिया कोविड से लड़ रही है तो चीन ने अपने नापाक अभियान को और बढ़ा दिया है. ऐसे में दक्षिण चीन सागर के मुद्दों का प्रभाव आर्कटिक, हिंद महासागर, भूमध्यीय सागर के साथ अन्य जलमार्गों पर भी पड़ता है. यही कारण है कि अमेरिका लगातार चीन के खिलाफ सख्त कदम उठा रहा है. बुधवार को यूएस में हांगकांग स्वात्तता कानून पर हस्ताक्षर हुए जो कि उसे चीन को अत्याचार के लिए जिम्मेदार ठहराने के ज्यादा अधिकार देने वाला है.

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दक्षिण चीन सागर में चीन के दावों को किया खारिज
अमेरिका ने दक्षिण चीन सागर पर चीन के दावे को खारिज कर दिया है. अमेरिका का कहना है कि विश्व समुदाय उसे इस सागर को समुद्री साम्राज्य की तरह इस्तेमाल नहीं करने देगा. अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने कहा कि हम स्पष्ट कर रहे हैं कि अमेरिका दक्षिण चीन सागर के अधिकतर इलाकों पर चीन के दावे को अवैध मानता है.