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अमेरिकी उपराष्ट्रपति की भतीजी मीना ने फिर उगला मोदी सरकार के खिलाफ जहर

36 वर्षीय मीना लेखक भी हैं और किसानों के प्रदर्शन की इंटरनेशनल मीडिया में रिपोर्ट आने के बाद से इस मसले पर लगातार ट्वीट करती रही हैं.

Updated on: 06 Feb 2021, 02:18 PM

highlights

  • इंडो-यूएस मूल की अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस की भतीजी हैं मीना
  • पेशे से लेखक और वकील मीना लगातार दे रहीं किसानों को समर्थन
  • किसानों को मुखर धार्मिक अल्पसंख्याक करार दिया नए ट्वीट में.

वॉशिंगटन:

अमेरिका की पहली भारतीय अमेरिकी मूल की उप-राष्ट्रपति कमला हैरिस (Kamala Harris) की भतीजी मीना हैरिस ने किसान आंदोलन को लेकर एक बार फिर जहर उगला है. इसके पहले वह कृषि कानून को लेकर आंदोलनरत किसानों का समर्थन कर चुकी हैं. इस पर भारत में उनके विरोध के सुर भी उठे, जिनमें किसान आंदोलन (Farmers Protest) को भारत के अंदरूनी मामला बताते हुए उन्हें दायरे में रहने की नसीहत दी गई थी. इन नसीहतों को देखते हुए मीना ने एक बार फिर भारत के किसान आंदोलन के प्रति समर्थन प्रदर्शित करते हुए मसले को अपना भी बताया है. हालांकि यह अलग बात है कि मीना हैरिस (Meena Harris) पहले वाली ट्वीट की ही तरह इस ट्वीट को लेकर भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर ट्रोल हो रही है. यह भी सही है कि इस ट्वीट के समर्थन में उन्हें राणा आयूब जैसी मोदी विरोधी चेहरों का भी भरपूर समथर्न मिल रहा है. 

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किसान आंदोलन को बताया अपना मसला
शनिवार को दोपहर ट्वीट में मीना हैरिस ने कहा है कि यह सिर्फ कृषि नीति नहीं है. वास्तव में यह मुखर धार्मिक अल्पसंख्यकों के दमन से जुड़ा मसला है. किसान आंदोलन भातीय पुलिस हिंसा की नजीर है. साथ ही उग्र राष्ट्रवाद और श्रम कानूनों पर हमलों की कार्यवाही है. यह वास्तव में एक वैश्विक अधिनायकवाद का उदाहरण है. ऐसे में मुझसे यह नहीं कहा जाए कि यह मेरा मसला नहीं है या भारत के आंतरिक मामलों से मैं दूर रहूं. ये सब हमारे अपने मसले हैं. इससे पहले अमेरिका में वकील मीना हैरिस ने एक प्रदर्शन का फोटो शेयर करते हुए किसान आंदोलन के प्रति समर्थन व्‍यक्‍त किया है. मीना हैरिस ने गुरुवार को ट्वीट किया था, 'मैं भारतीय किसानों को मानवाधिकारों के समर्थन में खड़ी हूं और देखिए मुझे कैसी प्रतिक्रिया मिली'. उन्‍होंने एक अन्‍य ट्वीट में लिखा, 'मैं भड़कूंगी नहीं और खामोश भी नहीं रहूंगी.'

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पुलिसिया कार्रवाई पर रोष भी जताया
गौरतलब है कि 36 वर्षीय मीना लेखक भी हैं और किसानों के प्रदर्शन की इंटरनेशनल मीडिया में रिपोर्ट आने के बाद से इस मसले पर लगातार ट्वीट करती रही हैं. गौरतलब है कि हाल में पॉप सिंगर रिहाना और पर्यावरणविद ग्रेटा थनवर्ग भी ट्वीट करके किसानों के आंदोलन को लेकर समर्थन जता चुकी हैं. रिहाना ने किसान आंदोलन को लेकर एक न्यूज का लिंक शेयर किया था और लिखा था, 'हम लोग इस बारे में बात क्यों नहीं कर रहे हैं? #FarmersProtest'वहीं सोशल एक्टिविस्ट ग्रेटा थनबर्ग ने भी किसान आंदोलन को लेकर ट्वीट किया और लिखा था, 'हम भारत में किसान आंदोलन के साथ एकजुटता में खड़े हैं.' रिहाना के ट्विटर पर 10 करोड़ फॉलोअर्स हैं तो वहीं ग्रेटा के 46 लाख फॉलोअर्स हैं. वैसे भी दोनों हस्तियां दुनिया भर में अच्छी खासी पहचान रखती हैं. मीना हैरिस ने अपने ट्वीट में लिखा था, 'हम सभी को भारत के इंटरनेट शटडाउन और प्रदर्शनकारी किसानों के खिलाफ अर्धसैनिक बलों की हिंसा को लेकर रोष होना चाहिए.'