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'सिर्फ पंजाब ही नहीं देश भर के किसान हैं कानून के खिलाफ... केंद्र की आंखें हैं बंद'

सांसद हरसिमरत कौर बादल (Harsimrat Kaur Badal) ने शनिवार को किसानों के राष्ट्रव्यापी चक्का जाम से पहले एक बार फिर मोदी सरकार को निशाने पर लिया है.

Updated on: 06 Feb 2021, 12:09 PM

highlights

  • हरसिमरत कौर ने केंद्र पर किसानों के प्रति आंख बंद करने का आरोप लगाया
  • सुखबीर सिंह बादल पहले ही राकेश टिकैत को दे चुके हैं समर्थन
  • प्रकाश सिंह बादल ने की थी पद्म विभूषण लौटाने की घोषणा

नई दिल्ली:

कृषि कानूनों (Farm Laws) के खिलाफ सबसे पहले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) से नाता तोड़ने वाले शिरोमणि अकाली दल के तेवर कृषि कानूनों पर अभी भी कड़े ही हैं. संसद के चालू बजट सत्र के दौरान किसान कानूनों के खिलाफ प्लेकार्ड लेकर विरोध जताने वाले शिअद के नेता अभी भी बयानबाजी करने से पीछे नहीं हटे हैं. यहां तक कि सुखबीर सिंह बादल ने गाजीपुर सीमा पर दो महीने से अधिक समय से धरना-प्रदर्शन कर रहे किसान नेता राकेश टिकैत से अपना समर्थन भी जताया था. अब उनकी पत्नी और सांसद हरसिमरत कौर बादल (Harsimrat Kaur Badal) ने शनिवार को किसानों के राष्ट्रव्यापी चक्का जाम से पहले एक बार फिर मोदी सरकार को निशाने पर लिया है. उन्होंने आंदोलनरत किसानों की पैरवी करते हुए मोदी सरकार पर आंख बंद करने का आरोप मढ़ा है. 

केंद्र सच्चाई से किए है आंखें बंद
शनिवार को मीडिया से बात करते हुए हरसिमरत कौर ने फिर मोदी सरकार को निशाने पर लिया. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार भारी गलतफहमी का शिकार है. कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलनरत किसानों को वह सिर्फ पंजाब के किसानों से जोड़ कर देख रही है. हकीकत तो यह है कि पूरा देश किसानों के साथ आंदोलनरत है. सभी प्रदेशों में किसानों के समर्थन और कृषि कानूनों के खिलाफ धरना-प्रदर्शन चल रहा है. इसके बावजूद मोदी सरकार किसान आंदोलन को सिर्फ पंजाब से जोड़कर देख रही है. अब अगर वह इस सच्चाई से आंख बंद ही रखना चाहती है, तो कोई क्या कर सकता है.  

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सुखबीर सिंह ने दिया था राकेश टिकैत को समर्थन
हरसिमरत कौर के मोदी सरकार को घेरने से पहले शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत से से समर्थन जता चुके हैं. बादल ने कहा कि वे यहां राकेश टिकैत को बधाई और समर्थन देने आए हैं. हमारी पार्टी और सारे किसान उनके साथ हैं. दोनों के बीत करीब दस मिनट की मुलाकात हुई. सुखबीर बादल ने कहा, 'मैं राकेश टिकैत जी को बधाई देने आया हूं जिन्होंने ये किसानों की लड़ाई लड़ी है. सारे किसान उनके आभारी हैं, जैसे वे लड़ाई लड़ रहे हैं. मेरे पिता प्रकाश सिंह बादल और इनके पिता चौधरी महेंद्र सिंह टिकैत ने साथ में किसानों की लड़ाई लड़ी. अकाली दल का प्रधान होने के नाते मैं उन्हें बधाई देने आया. हमारी पार्टी और सारे किसान उनके साथ हैं. पीएम मोदी को किसानों की बात सुननी चाहिए. आज ये लड़ाई देश के किसानों की लड़ाई है.'

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प्रकाश सिंह बादल ने पद्म विभूषण लौटाने की बात कही
गौरतलब है कि कृषि कानूनों के विरोध में पिछले साल सुखबीर सिंह बादल की पत्नी हरसिमरत कौर ने एनडीए सरकार से इस्तीफा दे दिया था. हरसिमरत कौर अकाली दल की एक मात्र नेता थीं जो एनडीए सरकार का हिस्सा थीं. इसके अलावा सुखबीर सिंह बादल के पिता और शिरोमणि अकाली दल के संस्थापक प्रकाश सिंह बादल ने पद्म विभूषण लौटाने की घोषणा की थी. एनडीए के घटक दल बतौर शिअद के साथ छोड़ने पर कांग्रेस समेत विपक्ष ने भी एनडीए पर निशाना साधा था. विपक्ष का कहना था कि एनडीए के घटक दल ही कृषि कानूनों के साथ नहीं हैं. इसके बाद हरियाणा में मनोहर खट्टर सरकार के साथ जेजेपी ने भी नाता तोड़ लिया था.