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अब अमेरिका में भी उठी चीन के खिलाफ आवाज( Photo Credit : फाइल फोटो)
अमेरिका के हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स में नौ प्रभावशाली सांसदों ने चीन की सैन्य आक्रामकता पर चिंता जताई है और एक प्रस्ताव पारित किया है. इस प्रस्ताव में चीन से अपील की गई है कि वो राजनयिक चेनलों से सीमा पर तनाव कम करें न कि बल का प्रयोग कर के. ये प्रस्ताव भारत के खिलाफ चीन की आक्रामकता को देखते हुए पारित किया गया है.
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जिन 9 सासंदों की तरफ ये प्रस्ताव पेश किया है उनकी अगुवाई अमेरिकी मूल के सासंद राजा कृष्णमूर्ति कर रहे थे. प्रस्ताव में कहा गया है कि वास्तविक नियंत्रण रेखा के पास 15 जून तक कई महीनों पहले से चीनी सैन्य बलों ने कथित रूप से 5,000 जवानों को एकत्र किया और वह बल प्रयोग एवं आक्रामकता के जरिए उन सीमाओं को बदलने की कोशिश कर रहा है जो काफी समय पहले ही तय की जा चुकी हैं.
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प्रस्ताव में इस बात का जिक्र किया गया है कि भारत और चीन के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा के पास तनाव कम करने और बलों के पीछे हटने को लेकर सहमति बन गई है. इसमें कहा गया है कि पूर्वी लद्दाख में कई सप्ताह चले गतिरोध के बाद हुए 15 जून को हुए टकराव में कम से कम 20 भारतीय सैन्यकर्मियों की जान चली गई और अपुष्ट संख्या में चीनी जवान भी मारे गए.