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रूस को अमेरिका की धमकी से फिर गर्माया यूक्रेन मसला

ब्लिंकन ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि रूसी सेना यूक्रेन की सीमा में प्रवेश करती है और हमलावर रुख अपनाती है तो अमेरिका और हमारे मित्र देशों की ओर से उसका त्वरित और उचित जवाब दिया जाएगा.

Updated on: 21 Jan 2022, 08:12 AM

highlights

  • अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने दी रूस को चेतावनी
  • यूक्रेन पर हमला करने पर दी गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी
  • शीत युद्ध की समाप्ति के बाद यूरोप नए संकट में फंसा

बर्लिन:

शीत युद्ध की समाप्ति के बाद अमेरिका और रूस यूक्रेन को लेकर युद्ध की कगार तक आ पहुंचे हैं. अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने तो रूस को दो टूक चेतावनी देते हुए कहा कि अगर रूस यूक्रेन में कोई सैन्य बल भेजता है तो अमेरिका और उसके सहयोगियों की ओर से त्वरित और गंभीर कार्रवाई की जाएगी. इसके साथ ही अमेरिका के वित्त मंत्रालय ने यूक्रेन के चार अधिकारियों पर नए प्रतिबंध लगा दिए हैं. इन पर आरोप है कि वे यूक्रेन पर हमला करने में रूस की मदद कर रहे हैं. इसके जवाब में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भी अमेरिका और उसके सहयोगी नाटो देशों को गंभीर परिणाम भुगतने की चेतावनी दे चुके हैं. 

रूस यूक्रेन में सैन्य कार्रवाई की नहीं सोचे
अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने जर्मनी के अपने समकक्ष के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में रुस को कड़े शब्दों में चेतावनी दी. ब्लिंकन ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि रूसी सेना यूक्रेन की सीमा में प्रवेश करती है और हमलावर रुख अपनाती है तो अमेरिका और हमारे मित्र देशों की ओर से उसका त्वरित और उचित जवाब दिया जाएगा. ब्लिंकन ने रूस पर यह आरोप भी लगाया कि उसने यूक्रेन की सीमा के पास एक लाख सैन्यकर्मियों को जमा करके विश्व व्यवस्था की नींव हिलाने का काम किया है. उन्होंने कहा कि रूस यदि यूक्रेन पर हमला करता है तो उसे गंभीर जवाब का सामना करना होगा. इससे पहले बाइडन ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को आगाह किया था कि अगर हमला हुआ तो रूस को वैश्विक बैंकिंग प्रणाली से प्रतिबंध झेलना पड़ेगा.

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हर गुजरते दिन के साथ गर्मा रहा यूक्रेन विवाद
बर्लिन में ब्लिंकन की यह टिप्पणी अमेरिका और उसके नाटो सहयोगियों के समक्ष किसी भी भ्रम को दूर करने के एक और प्रयास के रूप में देखा जा रहा है. दरअसल अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के उस बयान की काफी आलोचना हुई जिसमें उन्होंने रूस द्वारा मामूली घुसपैठ के लिए उसके खिलाफ हल्की कार्रवाई की बात कही थी. जहां एक ओर जर्मनी के बर्लिन में विदेश मंत्री ने रुस को कड़े शब्दों में चेतावनी दी वहीं अमेरिका के वित्त मंत्रालय ने यूक्रेन के चार अधिकारियों पर नए प्रतिबंध लगा दिए गए हैं. अधिकारियों पर आरोप है कि वे यूक्रेन पर हमला करने में रूस की मदद कर रहे हैं. इनमें से दो अधिकारी- तारास कोजक और ओलेह वोलोशिन संसद के वर्तमान सदस्य हैं और दो अन्य पूर्व सरकारी अधिकारी हैं.