विश्व स्वास्थ्य संगठन से अमेरिका अब आधिकारिक तौर पर अलग हो गया है. अमेरिकी मीडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन ने अमेरिका को डब्ल्यूएचओ से औपचारिक रूप से अलग कर लिया है. कोरोना वायरस संक्रमण अमेरिका में फैसले के साथ ही ट्रंप WHO के खिलाफ बयानबाजी करने लगे थे. ट्रंप ने पहले आरोप लगाया था कि इस संगठन पर चीन का नियंत्रण है और कोरोना वायरस को लेकर आवश्यक सूचनाएं काफी बाद में जारी की गई थीं.
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कोरोना वायरस का सबसे ज्यादा असर अमेरिका में ही देखने को मिला है. अमेरिका में कोरोना वायरस के 30 लाख से अधिक मामले सामने आ चुके हैं. वहीं मौत का आंकड़ा भी 1.3 लाख के पार जा चुका है. 'द हिल' की रिपोर्ट के मुताबिक, ट्रंप प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने मंगलवार (स्थानीय समय) को पुष्टि की कि व्हाइट हाउस ने आधिकारिक तौर पर डब्ल्यूएचओ से अमेरिका को अलग कर लिया है. अमेरिका का इस संगठन से अलग होना सोमवार से लागू होगा जिसकी जानकारी संयुक्त राष्ट्र महासचिव को भी दे दी गई.
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मई में की थी घोषणा
डोनाल्ड ट्रंप ने मई में ही घोषणा की थी कि उनका देश विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के साथ अपने संबंधों को समाप्त कर रहा है. ट्रंप ने आरोप लगाया था कि चीन का डब्ल्यूएचओ पर पूरा नियंत्रण है जो साल में केवल 40 मिलियन डॉलर का भुगतान करता है जबकि अमेरिका 450 मिलियन डॉलर देता है.
Source : News Nation Bureau