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म्‍यामांर में तख्‍तापलट पर अमेरिका ने दी अंजाम भुगतने की धमकी

म्यांमार की सेना को अंजाम भुगतने की चेतावनी देते हुए अमेरिका ने दो टूक कहा कि वह ऐसे किसी भी प्रयास के खिलाफ है जो किसी लोकतांत्रिक प्रक्रिया को बाधित करता है.

Updated on: 01 Feb 2021, 10:55 AM

वॉशिंगटन:

अमेरिका ने म्यांमार (Myanmar) में लोकतांत्रिक सरकार के तख्तापलट, नेताओं की नजरबंदी समेत एक साल के लिए आपातकाल थोपे जाने पर बेहद कड़ी प्रतिक्रिया दी है. म्यांमार की सेना को अंजाम भुगतने की चेतावनी देते हुए अमेरिका ने दो टूक कहा कि वह ऐसे किसी भी प्रयास के खिलाफ है जो किसी लोकतांत्रिक प्रक्रिया को बाधित करता है. अमेरिका ने साफ शब्दों में चेतावनी देते हुए कहा कि वह ऐसे किसी भी प्रयास के खिलाफ कार्रवाई करेगा. अमेरिका ने चेतावनी दी है कि अगर म्‍यांमार की सेना ने अपने कदमों को वापस नहीं लिया तो बाइडेन (Joe Biden) प्रशासन इस पर कड़ी कार्रवाई करेगा. पूरे घटनाक्रम पर अमेरिका अपनी पैनी नजर बनाए हुए है.

अमेरिका की म्यांमार के हालात पर नजर
व्हाइट हाउस की प्रवक्ता जेन पास्की ने कहा कि अमेरिकी स्थिति पर नजर बनाए हुए है और वह म्यांमार के लोगों के साथ है. उन्होंने कहा, 'हम म्यांमार की लोकतांत्रिक संस्थान और सरकार को अपना समर्थन और सहयोग दे रहे हैं. वहां की सेना से आग्रह करते हैं कि वे लोकतांत्रिक प्रक्रिया का पालन करें और कानून का राज चलने दे और हिरासत में लिए गए नेताओं को रिहा करे. अमेरिका चुनाव परिणाम को बदलने या लोकतांत्रिक बदलाव में बाधा डालने के किसी भी प्रयास का विरोध करता है.' 

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राष्ट्रपति बाइडन को दी गई जानकारी
अमेरिका उन खबरों से बेहद नाराज है जिसमें सेना ने म्यांमार की सत्ता पर एक साल के लिए कब्जा करने की बात सामने आई है. सेना ने स्टेट काउंसलर आंग सान सू ची समेत कई नेताओं को हिरासत में ले लिया है. अमेरिका के राष्ट्रीय सलाहकार ने राष्ट्रपति जो बाइडन को घटना के बारे में जानकारी दे दी है. म्‍यांमार में सैन्‍य तख्‍तापलट और नोबेल पुरस्‍कार विजेता आंग सांग सू ची के अरेस्‍ट किए जाने पर अमेरिका ने वहां की सेना को धमकी दी है. 

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अलसुबह छापेमारी के बाद गिरफ्तारी
इससे पहले म्‍यांमार में सेना ने देश की नेता आंग सांग सू ची और राष्‍ट्रपति यू विन म्यिंट को अरेस्‍ट कर लिया. सत्‍तारूढ़ पार्टी एनएलडी के प्रवक्‍ता ने यह जानकारी दी है. स्‍थानीय मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि सेना ने एक साल के लिए आपातकाल लगा दिया है और पूर्व जनरल तथा उपराष्‍ट्रपति मिंट स्‍वे को कार्यकारी राष्‍ट्रपति बनाया गया है. उन्‍हें सेना प्रमुख का भी दर्जा दिया गया है. सड़कों पर सेना तैनात है और फोन लाइनों को बंद कर दिया गया है. सुबह-सुबह राष्‍ट्रपति आंग सांग सू ची और अन्‍य नेताओं को 'उठाया' गया. मयो ने आशंका जताई कि उन्‍हें भी जल्‍द ही हिरासत में लिया जा सकता है.