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नक्शा विवाद के बाद भारत नेपाली पीएम को हटाने की रच रहा साजिश... ओली का संकेतों में बड़ा आरोप

प्रधानमंत्री ओली इशारों-इशारों में भारत (India) पर आरोप लगा रहे हैं. उनका कहना है कि एक दूतावास उनके खिलाफ होटलों में बैठक कर लगातार साजिशें रच रहा है.

Updated on: 29 Jun 2020, 08:58 AM

highlights

  • इशारों-इशारों में पीएम ओली ने भारत पर साजिश का लगाया आरोप.
  • एक कार्यक्रम में कहा दूतावास के सहारे होटलों में हो रही हैं बैठकें.
  • हालांकि पार्टी के भीतर ही उनके इस्तीफे की मांग ने जोर पकड़ा है.

काठमांडू:

चीन (China) की शह पर भारत के खिलाफ लगातार जहर उगल रहे नेपाल (Nepal) के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली (KP Sharma Oli) कुर्सी बचाए रखने के लिए फिलवक्त प्रचंड राष्ट्रवाद (Nationalism) का कार्ड खेल रहे हैं. यह अलग बात है कि उनके पीएम पद पर संकट लगातार बढ़ता जा रहा है. सत्तारूढ़ पार्टी के अंदरूनी घमासान में उनका पक्ष लगातार कमजोर पड़ रहा है. यह अलग बात है कि इसके लिए प्रधानमंत्री ओली इशारों-इशारों में भारत (India) पर आरोप लगा रहे हैं. उनका कहना है कि एक दूतावास उनके खिलाफ होटलों में बैठक कर लगातार साजिशें रच रहा है. गौरतलब है कि ओली के इस्तीफे की मांग काफी समय से उठ रही है.

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संकेतों में ओली ने लगाया आरोप
भारत को कठघरे में खड़ा करते हुए मदन भंडारी की 69वीं जयंती के अवसर पर प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने कहा कि भले ही उन्हें पद से हटाने का खेल शुरू हो लेकिन यह असंभव काम होगा. प्रधानमंत्री ओली ने दावा किया था कि काठमांडू के एक होटल में उन्हें हटाने के लिए बैठकें की जा रही है और इसमें एक दूतावास भी सक्रिय है. जाहिर है पीएम ओली ने इशारों-इशारों में भारत का जिक्र किया. यही नहीं, उन्होंने दावा किया कि भारतीय इलाकों को नेपाली नक्शे में दिखाने वाले संविधान संशोधन के बाद से उनके खिलाफ साजिशें रची जा रही हैं. ओली ने कहा कि नेपाल की राष्ट्रीयता कमजोर नहीं है.

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ओली की पार्टी में 'प्रचंड' तूफान
यह अलग बात है कि इशारों-इशारों में भारत को दोषी बताने वाले प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली अपनी ही पार्टी की राजनीतिक सच्चाई से आंख बंद किए बैठे हैं. अंदरूनी खेमेबंदी से उनकी पार्टी अब टूट के कगार पर पहुंच चुकी है. यहां तक कि चीन द्वारा नेपाली इलाकों पर कब्जे के बाद सत्ताधारी कम्युनिस्ट पार्टी के कार्यकारी चेयरमैन पुष्प कमल दहल 'प्रचंड' पीएम ओली की आलोचना के साथ ही खुले तौर पर इस्तीफे की मांग कर चुके हैं. प्रचंड ने ओली को चेतावनी देते हुए कहा था कि इस्तीफा नहीं देने पर पार्टी को टूट से कोई नहीं बचा सकता है.

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प्रचंड खुले तौर पर मांग चुके इस्तीफा
प्रचंड ने यहां तक आरोप लगाए हैं कि पीएम ओली पीएम पद बचाने के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार हैं. उनका साफ आरोप था कि ओली प्रधानमंत्री की कुर्सी के लिए नेपाली सेना का सहारा ले रहे हैं. साथ ही सत्ता में बने रहने के लिए पाकिस्तानी, अफगानी या बांग्लादेशी मॉडल को अपनाने की कोशिश कर रहे हैं. इसके साथ ही प्रचंड ने चेतावनी भी दी थी कि इस तरह के प्रयास नेपाल में सफल नहीं होंगे. इसके साथ ही प्रचंड ने यह आशंका भी जताई थी कि उन्हें या ओली की मुखालफत करने वालो नेताओं को भ्रष्टाचार के झूठे मामलों में जेल में ठूंसा जा सकता है.