एक तो पहले से ही अफगानिस्तान में तालिबान ने आतंक मचा रखा है. अब उसके बाद एक और बड़ी समस्या ने अफगानिस्तान पर धावा बोल दिया है. मालूम हो कि गुरूवार को अफगानिस्तान में 4.5 रिएक्टर तीव्रता के भूकंप के झटके महसूस किये गये. नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के अनुसार, गुरूवार को सुबह 11 बजकर 22 मिनट पर भूकंप के झटके महसूस किये गये. भूकंप के इन झटकों की तीव्रता रिएक्टर पैमाने पर मापने 4.5 पाई गई. ये भूकंप स्थानीय समय के अनुसार, 6 बजकर 8 मिनट पर आया था.
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आखिर क्यों आता है भूकंप
धरती मुख्य तौर पर चार परतों से बनी होती हैं इनर कोर, आउटर कोर, मैनटल और क्रस्ट. क्रस्ट और ऊपरी मैन्टल कोर को लिथोस्फेयर (Lithosphere) कहते हैं. ये 50 किलोमीटर की मोटी परत कई वर्गों में बंटी हुई है, जिसे टैकटोनिक प्लेट्स कहते हैं. ये टैकटोनिक प्लेट्स अपनी जगह पर कंपन करती रहती हैं और जब इस प्लेट में बहुत ज्यादा कंपन हो जाती हैं, तो भूकंप महसूस होता है.
क्या होता है भूकंप का केंद्र
भूकंप का केंद्र वह स्थान होता है जिसके ठीक नीचे प्लेटों में हलचल से धरती हिलने लगती है. इस स्थान पर या इसके आसपास के क्षेत्रों में भूकंप का असर ज्यादा होता है. अगर रिक्टर स्केल पर 7 या इससे अधिक की तीव्रता वाला भूकंप है तो आसपास के 40 किमी के दायरे में झटका तेज होता है. यही झटका लोगों को भूकंप महसूस कराता है.
कैसे मापा जाता है भूकंप की तीव्रता और क्या है मापने का पैमाना?
भूकंप की जांच रिक्टर स्केल से होती है. इसे रिक्टर मैग्नीट्यूड टेस्ट स्केल कहा जाता है. रिक्टर स्केल पर भूकंप को 1 से 9 तक के आधार पर मापा जाता है. भूकंप को इसके केंद्र यानी एपीसेंटर से मापा जाता है. भूकंप के दौरान धरती के भीतर से जो ऊर्जा निकलती है, उसकी तीव्रता को इससे मापा जाता है. इसी तीव्रता से भूकंप के झटके की भयावहता का अंदाजा होता है.
HIGHLIGHTS
- गुरूवार को अफगानिस्तान में 4.5 रिएक्टर तीव्रता के भूकंप
- सुबह 11 बजकर 22 मिनट पर भूकंप के झटके किये गये महसूस
- नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी ने दी जानकारी