पाकिस्तान एक बार फिर विवादों में घिर गया है. जैश-ए-मोहम्मद (JeM) के टॉप कमांडर मसूद इलियास कश्मीरी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है, जिसमें उसने दावा किया कि पाकिस्तान आर्मी और उसके चीफ आसिम मुनीर ने भारत की ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में मारे गए आतंकियों के जनाज़ों में जनरल्स को भेजा.
दावे से पाकिस्तान की पोल खुली
अब तक इस्लामाबाद हमेशा यह कहता रहा है कि वह आतंकियों को सपोर्ट नहीं करता, लेकिन कश्मीरी के आरोपों ने पाकिस्तान की दोहरी नीति उजागर कर दी है. कश्मीरी ने ये बातें मिशन मुस्तफा कॉन्फ्रेंस के दौरान कहीं.
भारत ने दिए कई सबूत
मई में दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने एक तस्वीर दिखाई थी, जिसमें अमेरिका द्वारा नामित आतंकी अब्दुर रऊफ को एक जनाजे की नमाज़ पढ़ाते हुए देखा गया. शवों को पाकिस्तान के झंडे में लपेटकर राजकीय सम्मान दिया गया था. मिस्री ने साफ कहा, “हमारे लिए ये लोग आतंकी हैं. पाकिस्तान अगर इन्हें राज्य का सम्मान देता है, तो हमें उसकी कोई समझ नहीं आती.”
आसिम मुनीर का परमाणु धमकी वाला बयान
यही नहीं, पाकिस्तान आर्मी चीफ आसिम मुनीर खुद भी हाल में बयानबाजी को लेकर निशाने पर रहे हैं. अगस्त में अमेरिका के टाम्पा शहर में उन्होंने कहा था, “हम परमाणु देश हैं. अगर हम डूबेंगे तो आधी दुनिया को साथ लेकर डूबेंगे.”
इस परमाणु धमकी वाले बयान ने वॉशिंगटन को नाराज़ कर दिया. पूर्व पेंटागन अधिकारी माइकल रूबिन ने तो यहां तक कह दिया कि, “आसिम मुनीर ओसामा बिन लादेन की तरह हैं, फर्क बस इतना है कि वो सूट पहनते हैं.”
अमेरिका की दोहरी नीति?
इसके बावजूद मुनीर को 18 जून को व्हाइट हाउस में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ लंच के लिए बुलाया गया. वहीं, अमेरिकी सेंट्रल कमांड के चीफ जनरल कुरिल्ला ने पाकिस्तान को आतंकवाद विरोधी साझेदारी में “बेहतरीन पार्टनर” बताया.
भारत की नई तैयारी
हालांकि पाकिस्तान पर फिर से शिकंजा कसने की तैयारी भी हो रही है. 2022 में पाकिस्तान को FATF की ग्रे-लिस्ट से बाहर किया गया था, लेकिन अब भारत फिर से उसके री-लिस्टिंग के लिए दस्तावेज़ तैयार कर रहा है. एक अधिकारी के मुताबिक, “FATF ने शर्त रखी थी कि पाकिस्तान कड़ा आतंक विरोधी कानून बनाएगा, लेकिन आज तक ऐसा कानून नहीं आया. यही उसकी सबसे बड़ी कमजोरी है.”
🚨 #Exclusive 🇵🇰👺
— OsintTV 📺 (@OsintTV) September 16, 2025
Jaish-e-Mohamad top commander Masood ilyas kashmiri admits that On 7th May his leader Masood Azhar's family was torn into pieces in Bahawalpur attack by Indian forces.
Look at the number of gun-wielding security personnel in the background. According to ISPR… pic.twitter.com/OLls70lpFy
ये भी पढ़ें- पहाड़ी से अचानक गिरे सैकड़ों कुत्ते, वायरल वीडियो ने खड़े किए कई सवाल