Mumbai Attack: 26/11 मुंबई हमले का मुख्य संदिग्ध तहव्वुर राणा जल्द भारत आ सकता है. भारतीय विदेश मंत्रालय ने बताया कि भारत अमेरिका के साथ राणा के जल्द प्रत्यर्पण के लिए औपचारिकताओं पर काम कर रहा है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा- 21 जनवरी 2025 को अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने राणा की याचिका को खारिज कर दिया, जिससे प्रत्यर्पण की कानूनी बाधा दूर हो गई.
अमेरिकी सरकार ने भारत की मांग स्वीकारी
पाकिस्तानी मूल के कनाडाई नागरिक राणा पर 2008 के मुंबई हमले में शामिल होने का आरोप है. हमले में 166 लोगों की मौत हो गई थी. मृतकों में छह अमेरिकी भी शामिल हैं. राणा के संबंध पाकिस्तानी मूल के अमेरिकी आतंकी डेविड कोलमैन हेडली से हैं, वह मुख्य साजिशकर्ता था. अमेरिका से राणा के प्रत्यर्पण के लिए भारत ने अनुरोध किया. अमेरिका की सरकार ने भारत की मांग भी स्वीकार की.
कानून की आड़ में छिपने की फिराक में था राणा
राणा प्रत्यर्पण से बचने के लिए कानूनी मदद ले रहा था. निचली अदालतों ने उसकी याचिका को कई बार खारिज की है. अमेरिकी अपील न्यायालय ने फैसला सुनाया कि भारत-अमेरिका प्रत्यर्पण संधि राणा के प्रत्यर्पण की अनुमति देती है. फैसले को रोकने के लिए राणा ने अमेरिका के सुप्रीम कोर्ट में अर्जी लगाई, जिसे हाल ही में खारिज कर दिया गया. ये उसकी अंतिम याचिका थी. अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद राणा के भारत लाए जाने का रास्ता साफ हो गया.