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मेडागास्कर में बड़ा राजनीतिक संकट : (social media)
अफ़्रीका के पूर्वी तट पर स्थित द्वीपीय देश मेडागास्कर में बड़ा राजनीतिक संकट सामने आया है. एक माह से चल रहे सरकार विरोधी प्रदर्शनों और नेशनल असेंबली की ओर से महाभियोग प्रस्ताव पारित करने के बाद राष्ट्रपति एंड्री राजोएलिना देश छोड़कर निकल गए हैं. इसके बाद मंगलवार को सेना ने देश की सत्ता संभालने की घोषणा की.
एलीट CAPSAT यूनिट के कमांडर कर्नल माइकल रांद्रिआनीरिना ने राष्ट्रीय रेडियो का ऐलान कि किया कि राष्ट्रपति ने देश छोड़ दिया. महाभियोग वोट के बाद सेना ने अब सत्ता संभाल ली है. सेना ने संसद के निचले सदन को छोड़कर सभी संस्थाओं को भंग कर दिया है. उन्होंने कहा कि जल्द ही सेना और जेंडरमेरी अधिकारियों की एक परिषद नागरिक सरकार बनाने के लिए एक प्रधानमंत्री नियुक्त करेगी.
अध्यादेश की ओर भंग करने का प्रयास किया था
51 वर्षीय राष्ट्रपति एंड्री राजोएलिना ने महाभियोग की कार्यवाही को रोकने के लिए नेशनल असेंबली को अध्यादेश से भंग करने का प्रयास किया था. मगर उनका यह कदम उलट गया. सेना और सुरक्षाबलों के बड़े हिस्से ने प्रदर्शनकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने से इनकार करते हुए विद्रोह किया. बाद में राष्ट्रपति राजोएलिना एक फ्रांसीसी सैन्य विमान से मेडागास्कर को छोड़कर निकल गए. उनके कार्यालय ने भागने से इनकार करते हुए कहा कि वह जान के खतरों के कारण केवल "एक सुरक्षित स्थान" पर गए हैं.
Gen Z के विरोध ने पलटा तख्ता
यह घटनाक्रम करीब तीन हफ्ते से जारी युवाओं की अगुवाई में प्रदर्शन का परिणाम है. अनियमित पानी और बिजली की आपूति को लेकर 25 सितंबर से शुरू विरोध प्रदर्शन जल्द ही भ्रष्टाचार, कुप्रबंधन और गरीबी को लेकर सरकार की उदासीनता के खिलाफ राष्ट्रव्यापी आंदोलन में बदल गया. Gen Z के प्रदर्शनकारी मालागासी तिरंगे के साथ सड़कों पर उतर आए. मेडागास्कर से करीब तीन-चौथाई आबादी गरीबी में गुजर बसर रही है. युवाओं में बेरोजगारी और अव्यवस्था को लेकर असंतोष बना हुआ है.
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