पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में बुधवार को लश्कर-ए-तैयबा का टॉप कमांडर और पहलगाम आतंकी हमले का मास्टरमाइंड सैफ़ुल्लाह खालिद एक जनसभा में खुलकर सामने आया. खुफिया एजेंसियों के मुताबिक, यह केवल एक भाषण नहीं था, बल्कि दक्षिण एशिया में अस्थिरता फैलाने के लिए एक ‘ब्लूप्रिंट’ था.
जानकारी के अनुसार, खालिद ने लश्कर-ए-तैयबा की स्टेट स्पॉन्सर मशीनरी और हाफ़िज़ सईद के बेटे तल्हा सईद के प्रभाव का सहारा लेते हुए बांग्लादेश में राजनीतिक असंतोष का फायदा उठाकर एक नया जिहादी मोर्चा शुरू करने की योजना बनाई है.
भारत और हिंदुओं के खिलाफ उगला ज़हर
इस रैली का आयोजन पाकिस्तान की कट्टरपंथी पार्टी मिली मुस्लिम लीग ने किया था. खालिद ने मंच से बांग्लादेश को “दबी-कुचली मुस्लिम आबादी” वाला देश बताया और वहां जिहाद छेड़ने की अपील की.
उसने अपने भाषण में न केवल वैचारिक ज़हर फैलाया, बल्कि आतंकवादी गतिविधियों के लिए लक्ष्यों का ज़िक्र भी किया. सूत्रों के मुताबिक, उसने भारत, बांग्लादेश और हिंदुओं के खिलाफ जिहाद को जायज़ ठहराते हुए नए स्लीपर सेल्स बनाने की बात भी कही.
बांग्लादेशी युवाओं का ब्रेनवॉश करने का प्लान
खालिद ने अपने भाषण में जमात-उल-मुजाहिदीन बांग्लादेश (JMB) को खुलकर समर्थन दिया. JMB ने ढाका में फिलिस्तीन समर्थक (हमास) रैलियों का आयोजन कर यह दिखा दिया है कि वह सीमा पार तालमेल के लिए तैयार है. आईएसआई की मदद से लश्कर-ए-तैयबा, JMB को फंडिंग, ट्रेनिंग और लॉजिस्टिक सहायता दे रहा है. इसका उद्देश्य बांग्लादेशी युवाओं को गरीबी और बेरोज़गारी के नाम पर बरगलाकर उन्हें आतंकी गतिविधियों में शामिल करना है.
बंग्लादेश में आतंकी नेटवर्क बनाने की साजिश
लश्कर-ए-तैयबा के डिप्टी चीफ के रूप में खालिद बांग्लादेश में आतंकी नेटवर्क को फंडिंग और ऑपरेशनल सपोर्ट देता है. उसका उद्देश्य खुद को ‘इस्लामिक पहचान का रक्षक’ बताकर धर्मनिरपेक्ष देशों के खिलाफ जिहाद को जायज़ ठहराना है. सूत्रों की मानें तो आईएसआई की शह पर खालिद और लश्कर-ए-तैयबा बांग्लादेश में एक स्थायी आतंकी फ्रंट खड़ा करने की कोशिश में हैं, जिससे भारत के पूर्वी क्षेत्र में आतंकवादी हमले करना आसान हो जाएगा.
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो
सोशल मीडिया पर इस आतंकी का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें उसने भारत के खिलाफ जहर उगला है. उसने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में मारे गए पाकिस्तानी आतंकियों को “शहीद” बताया. खालिद ने कहा, “मुझे बताया गया कि भारत में 22 अप्रैल को एक हमला हुआ, बाद में पता चला कि भारत मुझे उस हमले का मास्टरमाइंड बता रहा है. हम गोली से डरने वाले नहीं, शहादत हमारी ख्वाहिश है.”
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