ऑपरेशन सिंदूर अब भी जारी है….राजनाथ सिंह के इस बयान के बाद एक बड़ी खबर सामने आई है. कंधार हाईजैकिंग के मास्टरमाइंड अब्दुल रऊफ अजहर की मौत हो गई है. ऑपरेशन सिंदूर के तहत उसकी जान गई है. ऑपरेशन सिंदूर के तहत उसकी मौत हुई है. ये वहीं अजहर है जो पाकिस्तान की धरती में छिपकर भारत के लिए आए दिन उल्टा-सीधा बोलता था. ये वही अजहर है जो पाकिस्तान की सरपरस्ती में भारत के लिए जहर उगलता था.
खास बात है कि रऊफ अजहर, उसी कुनबे का है, जिसका मसूद अजहर है. कुछ रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि रऊफ मसूद का भाई है. खैर अब रउफ अब जहन्नुम पहुंच गया है.
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जैश-ए-मोहम्मद का दूसरा सबसे बड़ा सरगना
रऊफ अजहर लंबे समय से आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद में सक्रीय है. वह संठगन सेकंड चीफ बन गया था. इसे लंबे समय से पाकिस्तानी सेना और आईएसआई का संरक्षण मिला हुआ है. वह रावलपिंडी में खुलेआम घूम रहा था. 2010 में अमेरिका ने उस पर प्रतिबंध लगाया था. भारत ने उसे वैश्विक सूची में शामिल कराने के लिए कई बार यूएन में कोशिश की लेकिन चीन ने उसे वीटो कर दिया.
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कंधार हाईजैक IC-814 का मास्टरमाइंड
रऊफ अजहर वही है, जिसने 1999 के कंधार हाईजैक IC-814 को अंजाम दिया था. इंडियन एयरलाइंस के विमान को काठमांडू से दिल्ली जाते समय हाईजैक किया गया था. हाईजैक का उद्देश्य था, उसके भाई मसूद अजहर को भारत की जेल से रिहा कराना. पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के साथ मिलकर रऊफ ने इस साजिश को अंजाम दिया था.
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