ईरानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता एस्माईल बाघेई ने एक बयान में कहा कि फ्रांस का ऐसे निराधार और गलत आरोपों को दोहराना गैर-जिम्मेदाराना है. यह यूरोप और दुनिया में शांति, स्थिरता बहाल करने में उनकी गंभीरता की कमी को दर्शाता है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, बाघई ने इस बात पर जोर दिया कि ईरान यूक्रेन संघर्ष में शामिल नहीं है. ईरानी प्रवक्ता के अनुसार, वह युद्ध का विरोध करने और संघर्ष को बातचीत, कूटनीतिक वार्ता के माध्यम से खत्म करने के अपने सैद्धांतिक रुख पर अडिग है.
हथियार देने का आरोप लगाया है
इससे पहले मैक्रों ने बुधवार को अपने राष्ट्र के नाम संबोधन में कहा कि रूस ने पहले ही यूक्रेन युद्ध को वैश्विक संघर्ष में बदल दिया है. उन्होंने यह दावा भी किया कि उसने ईरानी उपकरणों का उपयोग किया है. कई पश्चिमी देशों के साथ यूक्रेन ने भी ईरान पर युद्ध के लिए रूस को हथियार देने का आरोप लगाया है. हालांकि ईरान ने बार-बार इन आरोपों को निराधार बताकर खारिज कर दिया.
मॉस्को के लिए अस्वीकार्य होगी
इससे पहले रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने गुरुवार को कहा कि रूस यूक्रेन में यूरोपीय सैनिकों की संभावित तैनाती को संघर्ष में नाटो की प्रत्यक्ष भागीदारी के रूप में देखेगा. लावरोव ने इस कदम को रूसी संघ के खिलाफ युद्ध में नाटो देशों की प्रत्यक्ष, आधिकारिक और स्पष्ट भागीदारी कहा. उन्होंने चेतावनी दी कि यूक्रेन में ऐसी सेनाओं मौजूदगी मॉस्को के लिए अस्वीकार्य होगी.
दरअसल, लावरोव भी मैक्रों की बधुवार की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया दे रहे थे. फ्रांसीसी राष्ट्रपति ने कहा था कि वह शांति समझौते को लागू करने के लिए यूक्रेन में यूरोपीय सैनिकों को भेजने पर विचार करेंगे. हालांकि, उन्होंने कहा कि सैनिक अग्रिम मोर्चे पर लड़ाई में शामिल नहीं होंगे.
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