ईरान और इजराइल के बीच सीजफायर हो गया है. 12 दिनों के युद्ध के बाद दोनों देश शांति के लिए तैयार हुए. युद्ध के बाद अब ईरान के राष्ट्रपति ने बड़ा दावा किया है. उन्होंने कहा कि इजराइल ने उन्हें मारने की कोशिश की थी लेकिन वह सफल नहीं हो पाया. उनका बयान फिर से तनाव बढ़ा सकता है.
ईरानी राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियान ने हाल ही में अमेरिकी मीडिया को इंटरव्यू दिया. उन्होंने इंटरव्यू में कहा कि इजराइल ने युद्ध के दौरान उनकी हत्या करने की कोशिश की. वे एक मीटिंग में थे तभी उस इलाके में बमबारी की गई. राष्ट्रपति ने कहा कि अमेरिका की इस हमले में कोई भूमिका नहीं थी. उन्होंने साफ तौर पर इजराइल को ही इसके लिए जिम्मेदार माना है.
Israel-Iran Attack: अमेरिका के बारे में की ये बात
पेजेशकियान ने कहा कि ईरान एक बार फिर अमेरिका से परमाणु बातचीत शुरू करना चाहता है. लेकिन बातचीत के लिए भरोसा जरूरी है. उन्होंने पूछा कि जब बातचीत शुरू होगी तो कैसे तय होगा कि इजराइल को फिर से हमला करने की इजाजत नहीं दी जाएगी.
US: 'ईरान नहीं सुधरा तो और हमले होंगे', तीन परमाणु साइट्स बर्बाद करने के बाद डोनाल्ड ट्रंप ने दी चेतावनी
Israel-Iran Attack: ईरान की अमेरिका से अपील
पेजेशकियान ने कहा कि अमेरिका अगर ईरान से प्रतिबंध हटा देता है तो अमेरिकी निवेशकों का स्वागत किया जाएगा. पेजेशकियान ने ट्रंप से अपील की है कि वह क्षेत्र को युद्ध की नहीं बल्कि शांति की ओर लेकर जाएं.
Israel-Iran Attack: ईरान-इजराइल युद्ध के बारे में जानें
बता दें, इजराइल ने ईरान पर 13 जून को बड़ा हमला किया था. जिसमें कई सारे शीर्ष सैन्य अधिकारियों और परमाणु वैज्ञानिकों की मौत हो गई थी. यहां तक की ईरानी सेना के प्रमुख भी इस हमले में मारे गए थे. ईरान ने भी जवाबी हमला किया. 12 दिनों तक दोनों देश एक दूसरे पर हमला करते रहे. इसके बाद 24 जून को दोनों देशों के बीच युद्ध विराम हो गया था. हमला उस वक्त हुआ, जब अमेरिका और ईरान परमाणु समझौते को लेकर बात करने वाले थे. ईरान के अनुसार, इस युद्ध में 900 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी. वहीं, इजराइल ने बताया कि हमले में 28 लोगों की मौत हो गई थी.
US Attack: अमेरिका ने ईरान के तीन न्यूक्लियर साइट्स पर किया हमला, बेंजामिन नेतन्याहू ने की तारीफघल्ो