/newsnation/media/media_files/2025/06/19/israel-iran-attack-file-33-2025-06-19-09-59-10.png)
Israel-Iran Attack
अमेरिका ने ईरान पर बड़ा हमला कर दिया है. ईरान में स्थित तीन बड़े न्यूक्लियर प्लांट्स को अमेरिकी सेना ने बर्बाद कर दिया है. खुद अमेरिका के राष्ट्रपति ने इसकी जानकारी दी है. उन्होंने हमले की तारीफ की और कहा कि अगर ईरान ने शांति का रास्ता नहीं चुना तो हम और भी अटैक करेंगे. इस बीच, अमेरिकी हमले की इस्राइल ने तारीफ की है.
नेतन्याहू ने देश को किया संबोधित
अमेरिका के हमले के बाद इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने देश को संबोधित किया. अपने संबोधन में उन्होंने हमले की तारीफ करते हुए कहा कि अमेरिका वास्तव में बेजोड़ है. उन्होंने जो किया है, वह धरती पर कोई दूसरा देश नहीं कर सकता है. इतिहास में ये बात दर्ज की जाएगी कि ट्रंप ने दुनिया के सबसे खतरनाक शासन और दुनिया के सबसे खतरनाक हथियारों को नकारने के लिए काम किया है. नेतन्याहू ने आगे कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप बधाई हो. ईरान की परमाणु साइट्स को निशाना बनाने का आपका फैसला इतिहास बदल देगा.
#WATCH | "...America has been truly unsurpassed. It has done what no other country on earth could do. History will record that President Trump acted to deny the world's most dangerous regime, the world's most dangerous weapons..." says Israeli PM Benjamin Netanyahu as amid… pic.twitter.com/k2TgZIFTm8
— ANI (@ANI) June 22, 2025
हमने इस्राइली जनता से किया वादा पूरा किया
इस्राइल के प्रधानमंत्री ने देश को संबोधित करते हुए कहा कि ऑपरेशन राइजिंग लॉयन में उनकी सरकार ने सफलता हासिल की है. उनकी सरकार ने ईरान के न्यूक्लियर प्लांट्स को खत्म करने का इस्राइली जनता से किया गया वादा पूरा किया. अमेरिका और इस्राइल ने मिलकर ये हमला किया है. इसका उद्देश्य सिर्फ ईरान को परमाणु बम बनाने से रोकना था. नेतन्याहू ने कहा कि अमेरिका के राष्ट्रपति ने हमले के बाद फोन करके मुझे बधाई दी. देश को संबोधित करते हुए अमेरिका को नेतन्याहू ने दुनिया का सबसे साहसिक नेता और इस्राइल का खास दोस्त बताया है. नेतन्याहू ने कहा कि मैं पूरे यहूदी समाज की ओर से उनका आभार प्रकट करता हूं.
संयुक्त राष्ट्र ने जताई चिंता
हालांकि, संयुक्त राष्ट्र ने हमले पर चिंता जाहिर की है. संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने कहा कि हालात बहुत खतरनाक हो गए हैं. अब इस युद्ध के नियंत्रण से बाहर जाने की आशंका है. इसका असर ईरानी-इस्राइली और अमेरिका नागरिकों के साथ-साथ पूरी दुनिया पर पड़ेगा.