अमेरिका के ईरान पर हमले से कच्चे तेल की कीमतों में हो सकता है इजाफा
अमेरिकी एयर स्ट्राइक के बाद ईरान का इजरायल पर हमला, दागीं 30 से ज्यादा बैलिस्टिक मिसाइल
जीतन राम मांझी का तेजस्वी यादव को जवाब, 'क्रिकेट में फेल बेटे को पिता ने राजनीति में उतार दिया'
महिलाओं के लिए विशेष लाभकारी बद्ध कोणासन, मन को शांत तो तन को रखता है स्वस्थ
देश ने खेल के क्षेत्र में किया बेहतर काम, उम्मीद हमें ओलंपिक की मेजबानी का मिलेगा सम्मान: सीएम रेखा गुप्ता
आमिर खान की फिल्म ने दूसरे दिन की दोगुनी कमाई, इतना हुआ 'सितारे जमीन पर' का बॉक्स ऑफिस कलेक्शन
बिहार में गरीबों की मसीहा है एनडीए सरकार, लालू-तेजस्वी इससे परेशान: गिरिराज सिंह
पाकिस्तान के लिए जासूसी करने वाले दो संदिग्धों को पंजाब पुलिस ने किया गिरफ्तार, आईएसआई हैंडलर से सीधे सम्पर्क का आरोप
ये सरकारी बैंक एफडी पर दे रहे सबसे अधिक ब्याज

India US Relation: भारत के साथ और मजबूत होंगे अमेरिका के रिश्ते! ट्रंप प्रशासन करेगा पहल- सूत्र

India US Relation: डोनाल्ड ट्रंप के अमेरिका की सत्ता में वापसी के बाद कई देशों के दुनिया के सबसे ताकतवर देश से रिश्तों में खटास आने की संभावना है, लेकिन भारत के साथ अमेरिका के रिश्तों में और मजबूती आने की उम्मीद है.

India US Relation: डोनाल्ड ट्रंप के अमेरिका की सत्ता में वापसी के बाद कई देशों के दुनिया के सबसे ताकतवर देश से रिश्तों में खटास आने की संभावना है, लेकिन भारत के साथ अमेरिका के रिश्तों में और मजबूती आने की उम्मीद है.

author-image
Suhel Khan
New Update
PM Modi Donald Trump

भारत-अमेरिका के रिश्ते और होंगे मजबूत Photograph: (Social Media)

India US Relation: अमेरिका की सत्ता संभालने के बाद डोनाल्ड ट्रंप बाइडेन प्रशासन के कई आदेशों को पलट दिया. साथ कई चीजों पर आयात शुल्क में भी भारी बढ़ोतरी का एलान किया है. जिसका असर उन देशों के अमेरिका के साथ संबंधों पर भी पड़ेगा. हालांकि ऐसा माना जा रहा है कि ट्रंप के आने से भारत और अमेरिका के संबंधों को और बल मिलेगा और ये पहले से ज्यादा मजबूत होंगे.

Advertisment

दरअसल, भारत ने संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ द्विपक्षीय संबंधों में फ्रंटफुट पर शुरुआत की है, विदेश मंत्री एस जयशंकर ने प्रधानमंत्री मोदी के विशेष दूत के रूप में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण में भाग लिया इस दौरान वह पहली पंक्ति में बैठे नजर आए. शपथ ग्रहण के बाद विदेश मंत्री जयशंकर ने नए प्रशासन के शीर्ष अधिकारियों से भी मुलाकात की. विदेश मंत्री एस जयशंकर को केंद्र ने विशेष दूत के रूप में शपथ ग्रहण में शिरकत करने के लिए भेजा था.

ये भी पढ़ें: बांग्लादेशी घुसपैठियों पर गृह मंत्रालय की सख्ती, महाराष्ट्र के मुख्य सचिव और डीजीपी को दिए ये निर्देश

इन अधिकारियों से मिले विदेश मंत्री जयशंकर

राष्ट्रपति ट्रंप ने शपथ ग्रहण समारोह में शीर्ष प्रोटोकॉल दिए जाने के बाद, विदेश मंत्री जयशंकर ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार माइक वाल्ट्ज से मुलाकात की और फिर नव नियुक्त राज्य सचिव मार्को रुबियो, ऑस्ट्रेलियाई विदेश मंत्री पेनी वोंग और जापानी विदेश मंत्री इवाया ताकेशी के साथ क्वाड बैठक में भाग लिया. इसके तुरंत बाद जयशंकर और मार्को रुबियो के बीच द्विपक्षीय बैठक हुई. ट्रंप कैलकुलस में भारत के महत्व का संकेत इस बात से मिलता है कि मार्को रुबियो की पहली बहुपक्षीय बैठक QUAD बैठक थी और सचिव रुबियो की पहली द्विपक्षीय बैठक भारत के साथ थी.

ये भी पढ़ें: Train accident: महाराष्ट्र के जलगांव में ट्रेन हादसा, एक अफवाह और हो गई करीब 11 मौतें

भारत के साथ संबंधों को और मजबूत करने का फैसला

शीर्ष सूत्रों के मुताबिक, ट्रंप प्रशासन ने क्वाड बैठक और मंत्री जयशंकर के साथ द्विपक्षीय बैठक के माध्यम से हिंद-प्रशांत क्षेत्र में स्पष्ट संदेश देते हुए भारत के साथ संबंधों को और मजबूत करने का फैसला किया है. जानकारी के मुताबिक, ट्रंप प्रशासन पिछले प्रशासन के दौरान हासिल की गई भारत-अमेरिका द्विपक्षीय गति को आगे बढ़ाएगा, साथ ही प्रौद्योगिकी, रक्षा और सुरक्षा, व्यापार और वाणिज्य और आर्थिक संबंधों में बड़े कदम उठाने के लिए तैयार है.

ये भी पढ़ें: सोने की कीमतों ने तोड़े अब तक का सारे रिकॉर्ड, पहली बार 82,500 रुपये के पार निकली कीमत, चांदी में भी उछाल

जबकि QUAD बैठक समूह द्वारा उठाए गए पिछले कदमों की समीक्षा थी, सचिव रुबियो ने अपने तीन समकक्षों को याद दिलाया कि यह राष्ट्रपति ट्रंप ही थे जिन्होंने 2017 में QUAD विदेश मंत्रियों की बातचीत शुरू की थी. सचिव रुबियो ने स्पष्ट रूप से संकेत दिया कि राष्ट्रपति ट्रंप का इंडो-पैसिफिक में नेविगेशन की स्वतंत्रता, वैकल्पिक लचीली वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला और क्षेत्र में मानवीय और प्राकृतिक आपदाओं के लिए तेजी से प्रतिक्रिया सुनिश्चित करने के लिए क्वाड पर आगे बढ़ने का पूरा इरादा है. सूत्रों के मुताबिक, विदेश मंत्री जयशंकर की अपने अमेरिकी समकक्षों के साथ बातचीत काफी सकारात्मक रही है, दोनों देश आपसी हित और आपसी सुरक्षा के आधार पर आगे बढ़ने के लिए प्रतिबद्ध हैं.

Dr S Jaishankarkar Dr S Jaishankar S Jaishankar india us relation Donald Trump India US relations India US relationship US President Trump
      
Advertisment