गाजा युद्धविराम समझौते के तहत शनिवार को हमास ने 6 इजरायली बंधकों को रिहा कर दिया है. आईडीएफ के अनुसार, छोड़े गए लोगों में हिशाम अल-सईद को गाजा में रेड क्रॉड को सौंप दिया गया है. उन्होंने इजरायली सीमा में प्रवेश किया. वह रिहा होने वाले पहले मुस्लिम इजरायली हैं. इजरायल इन छह बंधकों के बदले 602 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करेगा.
हिशाम अल-सईद को गाजा शहर में रेड क्रॉस को सौंप दिया
मीडिया रिपोर्ट की मानें तो गाजा में इजरायली बंधकों की रिहाई पहली बार एक ही दिन में तीन अलग-अलग जगहों पर की गई. हिशाम अल-सईद इजरायली बेडौइन समुदाय से आते हैं. 2015 में फिलिस्तीनी क्षेत्र में घुसने के बाद से ही वह हमास की कैद में थे. हमास ने हिशाम अल-सईद को गाजा शहर में रेड क्रॉस को सौंप दिया. शनिवार सुबह बाकी पांच बंधकों की रिहाई बड़े धूम-धाम से हुई. एलिया कोहेन, ओमर शेम तोव, ओमर वेंकर्ट को नुसेरात, मध्य गाजा से रिहा किया गया. अवेरा मेंगिस्टू और ताल शोहम को राफा, दक्षिणी गाजा से छोड़ा गया.
602 कैदियों को रिहा किया जाएगा
फिलिस्तीनी अधिकारियों के अनुसार, अब उनके 602 कैदियों को रिहा किया जाएगा. इनमें से 50 आजीवन कारावास की सजा काट रहे हैं और 60 को लंबी सजा सुनाई गई है. 7 अक्टूबर 2023 के बाद गाजा में हिरासत में लिए गए 445 लोगों को भी रिहा किया जाएगा. इजरायल और हमास के बीच युद्धविराम समझौते के पहले चरण के तहत यह रिहाई की गई है. यह चरण 19 जनवरी को शुरू हुआ था, जबकि दूसरे चरण की बातचीत अभी शुरू होनी है.
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