/newsnation/media/media_files/2025/12/06/rubin-statement-2025-12-06-17-56-10.jpg)
ANI
अमेरिकी रक्षा मंत्रालय (पेंटागन) के पूर्व अधिकारी माइकल रुबिन ने पाकिस्तान और अमेरिकी नीति पर बेहद कड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान से दोस्ती रखने का अमेरिका के पास कोई तर्क नहीं है, क्योंकि यह देश आतंकवाद को बढ़ावा देता रहा है. रुबिन ने यह भी कहा कि पाकिस्तान को आतंकवाद प्रायोजक देश घोषित किया जाना चाहिए.
असीम मुनीर की गिरफ्तारी की मांग
रुबिन ने पाकिस्तान के नए बने चीफ ऑफ डिफेंस फोर्सेज (CDF), फील्ड मार्शल असीम मुनीर के वॉइट हाउस दौरे पर भी सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि अगर असीम मुनीर अमेरिका आते हैं, तो उन्हें सम्मानित करने के बजाय तुरंत गिरफ्तार कर लेना चाहिए. उन्होंने कहा कि अमेरिका का पाकिस्तान जैसे देश को समर्थन देना बहुत बड़ी गलती है.
#WATCH | Washington, DC, USA | Former Pentagon official Michael Rubin says, "...There is no strategic logic for the United States embracing Pakistan...It should be designated a state sponsor of terrorism, period. If Asim Munir comes to the United States, he should be arrested… pic.twitter.com/nukhasYwbM
— ANI (@ANI) December 5, 2025
पाकिस्तान को आतंकी देश घोषित करने की अपील
समाचार एजेंसी ANI से बात करते हुए रुबिन ने कहा- “अमेरिका के पाकिस्तान से दोस्ती के पीछे कोई रणनीतिक तर्क नहीं है. इसे आतंकवाद को स्पॉन्सर करने वाला देश घोषित कर देना चाहिए.”
भारत के समर्थन की जरूरत
रुबिन ने कहा कि अमेरिका जैसी लोकतांत्रिक शक्ति को भारत जैसे बड़े लोकतांत्रिक साझेदार को मजबूत बनाना चाहिए, न कि पाकिस्तान जैसे देश का समर्थन करना चाहिए, जो लगातार आतंकवाद को बढ़ावा देता है. उन्होंने कहा कि अमेरिका को अपनी विदेश नीति में बदलाव लाने की जरूरत है.
अमेरिका भारत से मांगे माफी
रुबिन ने कहा कि भले ही राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप माफी मांगना पसंद नहीं करते, लेकिन अमेरिका का हित एक व्यक्ति के अहंकार से बड़ा है. उनके अनुसार, “भारत के साथ पिछले साल जो हुआ, उसके लिए अमेरिका को खुलकर माफी मांगनी चाहिए.”
गौरतलब है कि इसी साल जून में असीम मुनीर वॉइट हाउस में अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप से मिलने वाले पाकिस्तान के पहले आर्मी चीफ बने थे. इस मुलाकात के दौरान उन्होंने ट्रंप को नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामित करने की मांग की थी, और बाद में पाकिस्तान ने आधिकारिक रूप से उनका नामांकन भी भेजा था.
/newsnation/media/agency_attachments/logo-webp.webp)
Follow Us