Bangladesh Violence: बांग्‍लादेश की यूनुस सरकार पर कट्टरपंथी हावी, 15 माह के अंदर 5000 लोगों की हत्याएं, जाने क्या हैं कारण

Bangladesh Violence: मोहम्मद यूनुस के हाथ में बांग्लादेश की कमान आने के बाद से देश के हालात अनियंत्रित हो चुके हैं. हर तरफ हिंसा का दौर जारी है. हाल ही में उस्मान हादी की मौत के बाद से यहां पर हालत बिगड़ चुके हैं.

Bangladesh Violence: मोहम्मद यूनुस के हाथ में बांग्लादेश की कमान आने के बाद से देश के हालात अनियंत्रित हो चुके हैं. हर तरफ हिंसा का दौर जारी है. हाल ही में उस्मान हादी की मौत के बाद से यहां पर हालत बिगड़ चुके हैं.

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Mohit Saxena
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Muhammad Yunus file 3

मोहम्मद यूनुस (X)

Bangladesh Violence: मोहम्‍मद यूनुस के हाथ में बांग्लादेश की कमान आने के बाद से देश के हालात अनियंत्रित हो चुके हैं. हर तरफ हिंसा का दौर देखने को मिल रहा है. हाल में भारत विरोधी नारे लगाने वाले उस्मान हादी की मौत के बाद ये यहां पर हिंसा भड़क उठी है. मीडिया दफ्तरों पर हमले हो रहे हैं. इसके साथ मुख्य विपक्षी पार्टी आवामी लीग के दफ्तरों को भी नहीं छोड़ा जा रहा है. प्रदर्शनकारी गुरुवार रात से सड़कों पर उतर आए हैं. इस दौरान प्रशासन आंखे मूंदे हुए है. पुलिस सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े हो रहे हैं. आपको बता दें कि धानमंडी-32 इलाके में उस्मान हादी की मौत के बाद से प्रदर्शनकारी उग्र हो चुके हैं. 

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अवैध हथियार प्रदर्शनकारियों तक आसानी से पहुंच रहे

देश का बड़ा हिस्सा कट्टरपंथी गुटों की ओर से कंट्रोल हो रहा है. अवैध हथियार प्रदर्शनकारियों तक आसानी से पहुंच रहे हैं. उपद्रवी खुलेआम हिंसा कर रहे हैं. कानून-व्यवस्था को लेकर पुलिस प्रशासन का नियंत्रण कमजोर पड़ता जा रहा है. बीते 15 माह में करीब 5000 लोगों को मौत के घाट उतार दिया गया है. ये आंकड़े ऐसे हैं जो पुलिस थानों में मौजूद हैं. मगर जमीनी हालात को देखें तो ये और अधिक खराब हैं. अल्‍पसंख्‍यक समुदाय कट्टरपंथियों के निशाने पर हैं. बांग्‍लादेश में ऐसे हालात तब हैं जब अगले साल यानि फरवरी 2026 में राष्ट्रीय स्तर पर चुनाव कराने का ऐलान किया गया है. 

चुनाव से पहले बिगड़े हालात 

हाल ही में BNP से नामित उम्मीदवार मोहम्मद मसूदुज्ज़मान मसूद ने नारायणगंज-5 सीट से चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया. मसूद ने अपने फैसले पर कहा कि उन्हें जान जाने का खतरा है. इस तरह के फैसले दर्शाते हैं ​कि देश में लोकतांत्रिक प्रक्रिया खतरे में है. सुरक्षा विशेषज्ञों के अनुसार, हालात बिगड़ने का बड़ा कारण 5 अगस्त 2024 की वे घटनाएं हैं, जब कई पुलिस थानों से हथियारों की लूटपाट की गई थी. इन हथियारों की वापसी आज भी नहीं हो सकी है. ये अपराधियों के पास हैं. इसके अलावा, सीमा क्षेत्रों से अवैध तस्करी के जरिए हथियारों की सप्लाई हो रही है. कट्टरपंथी तत्व और संगठित अपराधी इन हथियारों के दम पर अपना दबदबा बना  रहे हैं.

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Bangladesh Mohammed Yunus
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