बांग्लादेश में मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व में अंतिरम सरकार चल रही है. लोकतांत्रिक तरीके से चुनी गई शेख हसीना के इस्तीफे के बाद यूनुस ने सत्ता संभाली है. हालांकि, बांग्लादेश के हालात अब तक सही नहीं हुए हैं. बांग्लादेश में छात्र एक बार फिर सरकार के खिलाफ सड़कों पर आ गए हैं. उन्होंने सरकार को चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगे मानी नहीं गईं तो वे देशव्यापी प्रदर्शन करेंगे. छात्रों के साथ-साथ रेल कर्मचारी भी हड़ताल पर उतर गए हैं. पूरे बांग्लादेश की ट्रेनें बंद हो गईं हैं.
बांग्लादेश का पूरा रेल सिस्टम ठप पड़ गया है. रिटायरमेंट के बाद स्पेशल अलाउंस और अन्य मांगों को लेकर ट्रेन चालक और उनके सहयोगी कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं. हड़ताल मंगलवार से शुरू हुई है. रेल अधिकारियों और ड्राइवर यूनियन के नेताओं के बीच इस बारे में बातचीत भी हुई, जो बेनतीजा रही.
रेलवे अधिकारियों ने दी थी जानकारी
रेलकर्मियों की हड़ताल ने देशवासियों को परेशान कर दिया है. यात्री स्टेशन तो जा रहे हैं लेकिन घंटो इंतजार के बाद भी ट्रेनें नहीं आ रही हैं. रेलवे अधिकारियों ने पहले ही घोषणा कर दी थी कि रात 12 बजे के बाद ट्रेनों का संचालन नहीं होगा. जो ट्रेनें रास्ते में हैं, उन ट्रेनों के यात्रियों को गंतव्य स्थल तक पहुंचा दिया जाएगा.
बांग्लादेश में हर रोज चलती हैं इतनी ट्रेनें
बांग्लादेश में हर रोज 350 से अधिक ट्रेनें चलती हैं. इनमें 100 से ज्यादा इंटरसिटी ट्रेनें चलती हैं. बांग्लादेश रेलवे 35 से अधिक मालगाड़ियों का संचालन भी करता है.
अब सड़कों पर क्यों उतरे छात्र?
इसके अलावा, ढाका यूनिवर्सिटी के सात कॉलेजों के छात्र सोमवार से प्रदर्शन कर रहे हैं. उन्होंने सरकार से छह मांगें की हैं. उन्होंने अपनी मांगों को पूरा करने के लिए डेडलाइन भी दी है. उन्होंने चेतावनी दी कि अगर समय सीमा में उनकी मांगे नहीं मानी जाती हैं तो छात्रों का आंदोलन देशव्यापी हो सकता है. छात्रों की मांग है कि ढाका यूनिवर्सिटी के सातों कॉलेजों को अलग-अलग करके एक यूनिवर्सिटी बनाए जाए. उन्होंने सरकार के मुखिया यूनुस के समक्ष ये मांग रखी है.
पुलिस से छात्रों की हुई झड़प
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, रविवार को सातों कॉलेजों के छात्रों की प्रशासन से झड़प हो गई थी. झड़प के दौरान कई छात्र घायल हो गए. उन्हें तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने लाठियां भी चलाईं. इसके बाद सोमवार से सभी कक्षाएं और परीक्षाएं रद्द कर दी गईं. हालात को काबू में करने के लिए बॉर्डर गार्ड ऑफ बांग्लादेश को तैनात किए गए हैं.