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अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, जो दूसरी बार अमेरिका के राष्ट्रपति पद की कमान संभाल रहे हैं, अपनी पहली मध्य पूर्व यात्रा पर रवाना होने जा रहे हैं. यह दौरा राजनीतिक, कूटनीतिक और रणनीतिक दृष्टिकोण से बेहद अहम माना जा रहा है. इस यात्रा की शुरुआत 13 मई से हो रही है, जिसमें ट्रंप सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात (UAE) और कतर का दौरा करेंगे. हालांकि, इस बार के दौरे में इज़राइल शामिल नहीं है, लेकिन उम्मीद की जा रही है कि ट्रंप हमास-इज़राइल युद्ध को लेकर विभिन्न नेताओं से बातचीत कर सकते हैं. इस दौरे पर सबकी निगाहें टिकी हैं ट्रंप को कतर की ओर से तोहफे में मिलने वाला लग्जरी बोइंग. लग्जरी बाथरूम से लेकर आलिशान चीजों से लैस इस बोइंग की खासियत बताते हैं.
सऊदी अरब से मजबूत होते रिश्ते
ट्रंप की इस यात्रा का पहला पड़ाव सऊदी अरब है. उनके राष्ट्रपति बनने के बाद सऊदी क्राउन प्रिंस ने अमेरिका में लगभग 600 बिलियन डॉलर के निवेश का संकेत दिया था. यह बयान उनके रिश्तों में एक नई मजबूती का प्रतीक माना गया। ट्रंप और सऊदी शाही परिवार के बीच यह बढ़ता सहयोग वैश्विक कूटनीति और व्यापारिक समीकरणों को नई दिशा दे सकता है.
🇺🇸 USA 🇶🇦 QATAR
— Farid Benamer-B (@faridbbf) May 11, 2025
Trump s’apprête à accepter un luxueux Boeing 747-8 jumbo jet d’une valeur de 400 millions $ de la famille royale qatarie
Il servira d'Air Force One pour Trump jusqu'à ce qu'il quitte ses fonctions,il sera transférée à sa fondation de bibliothèque présidentielle pic.twitter.com/mHLh22eU1i
कतर से संभावित बोइंग 747-8 जेट का गिफ्ट
इस यात्रा का सबसे चर्चित पहलू कतर की ओर से ट्रंप को दिए जाने वाले एक लग्जरी बोइंग 747-8 जंबो जेट की पेशकश है, जिसकी कीमत लगभग 400 मिलियन डॉलर बताई जा रही है. सूत्रों के मुताबिक, यह विमान कतर के शाही परिवार की ओर से पहले इस्तेमाल किया जा चुका है और इसमें एक विशाल मास्टर बेडरूम, कई लाउंज, कॉन्फ्रेंस रूम, और शानदार इंटीरियर के साथ दो मंजिलें हैं. कहा जा रहा है कि इस विमान को भविष्य में "एयर फोर्स वन" के अस्थायी विकल्प के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है.
ट्रंप ने इस वर्ष फरवरी में वेस्ट पाम बीच इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर इस विमान का दौरा भी किया था. इस जेट की भव्यता और सुविधाएं इसे एक हवाई महल में तब्दील कर देती हैं, जिसे ट्रंप 2029 तक उपयोग में ला सकते हैं. रक्षा ठेकेदार एल3हैरिस को इसे अमेरिकी राष्ट्रपति के इस्तेमाल योग्य बनाने के लिए नियुक्त किया गया है.
कतर की सफाई: कोई आधिकारिक गिफ्ट नहीं
हालांकि, इस खबर के सामने आने के कुछ ही घंटों बाद कतर के मीडिया अटैशे अली अल-अंसारी ने एक बयान जारी कर इन रिपोर्ट्स को खारिज कर दिया. उन्होंने स्पष्ट किया कि कतर सरकार की ओर से ट्रंप को कोई जेट गिफ्ट नहीं किया जा रहा है. बयान में यह भी कहा गया कि अमेरिकी रक्षा विभाग और कतर के रक्षा मंत्रालय के बीच इस विमान के संभावित अस्थायी हस्तांतरण को लेकर चर्चा जरूर चल रही है, लेकिन अभी तक कोई अंतिम निर्णय नहीं हुआ है.
डोनाल्ड ट्रंप की यह यात्रा न सिर्फ राजनीतिक समीकरणों को प्रभावित करेगी, बल्कि अमेरिका और खाड़ी देशों के बीच व्यापारिक और रणनीतिक साझेदारी को भी एक नई दिशा दे सकती है. कतर के शाही जेट को लेकर जारी अटकलें जहां एक ओर उनके इस दौरे को ग्लैमर और चर्चा का विषय बना रही हैं, वहीं दूसरी ओर यह दिखाता है कि ट्रंप का कूटनीतिक प्रभाव अब भी अंतरराष्ट्रीय मंचों पर कितना व्यापक है.