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वायरल वीडियो Photograph: (X)
भारत में ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करना आम बात बन है. कोई रेड लाइट जंप करता है, कोई गाड़ी पर हूटर और ब्लैक फिल्म लगाकर खुद को वीवीआईपी बताने की कोशिश करता है. लेकिन जब ऐसी हरकतें पुलिस के सामने आ जाएं, तो कानून अपना काम करता है चाहे सामने कोई भी हो.
सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें देखा जा सकता है कि एक स्कॉर्पियो कार को उत्तराखंड पुलिस ने रोका. कार पर अवैध हूटर और विंडो पर ब्लैक शिल्ड लगी हुई थी. जब पुलिस ने युवकों से पूछताछ की, तो उन्होंने रौब झाड़ते हुए कहा, “हमारे अंकल एमएलए हैं!”
पुलिस ने नहीं मानी एक भी दलील
वीडियो में साफ दिख रहा है कि पुलिसकर्मी बिना किसी दबाव के काम करते हुए गाड़ी से हूटर और काली फिल्म को मौके पर ही हटाते हैं. इसके बाद गाड़ी को जब्त कर लिया जाता है और सभी युवकों को थाने ले जाया जाता है. जांच में पता चला कि ये युवक उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ से उत्तराखंड में घूमने आए थे, लेकिन गाड़ी पर लगे वीआईपी सिंबल और बत्तियों से नियमों की खुलकर अनदेखी कर रहे थे.
MLA अंकल हैं हमारे…” बोलकर स्कॉर्पियो में हरिद्वार की सैर पर निकले आज़मगढ़ के छोरे!
— Uttarakhand Police (@uttarakhandcops) June 16, 2025
➡️ हूटर
➡️ “विधायक” फ्रंट स्टिकर
➡️ “ब्लॉक प्रमुख” रियर टैग
➡️ और झूठा रुतबा… 😏
लेकिन #UttarakhandPolice की पैनी नजर से कैसे बचते?
काली फ़िल्म-हूटर हटवाया, स्टिकर निकलवाये और गाड़ी सीज की। pic.twitter.com/Jg5DhbZsCR
कानून सबके लिए बराबर
इस घटना ने एक बार फिर ये साबित कर दिया कि पुलिस की नजरों में कोई वीआईपी नहीं होता. चाहे कोई MLA का रिश्तेदार हो या आम नागरिक नियम तोड़ने पर कार्रवाई तय है. इस कार्रवाई को देख लोगों ने कहा कि अब ऐसी सख्ती हर राज्य में होनी चाहिए. वीडियो पर सोशल मीडिया पर भी प्रतिक्रियाओं की बाढ़ आ गई है. लोग उत्तराखंड पुलिस की सराहना कर रहे हैं और कह रहे हैं कि देश में ऐसे उदाहरण ही ट्रैफिक सुधार की दिशा में पहला कदम हैं.
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