New Update
/newsnation/media/media_files/eptVYT6g9rjaDRzIFabp.jpg)
वायरल वीडियो (X)
0
By clicking the button, I accept the Terms of Use of the service and its Privacy Policy, as well as consent to the processing of personal data.
Don’t have an account? Signup
वायरल वीडियो (X)
गुजरात के वडोदरा से डभोई होते हुए स्टैच्यू ऑफ यूनिटी तक जाने वाली सड़क का एक हिस्सा में बह गया, जिससे राज्य में सड़क निर्माण की गुणवत्ता पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं. इस सड़क का निर्माण मई 2024 में 70 करोड़ रुपये की लागत से किया गया था और इसका ठेका वडोदरा की प्रतिष्ठित कंपनी शिवम कंस्ट्रक्शन को दिया गया था. लेकिन निर्माण के कुछ ही महीनों के भीतर, सड़क के एक महत्वपूर्ण हिस्से का बह जाना, न केवल प्रशासन की जवाबदेही पर प्रश्नचिन्ह लगाता है बल्कि आम जनता में भी आक्रोश का कारण बना हुआ है.
राजली क्रॉसिंग के पास हुई इस दुर्घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें सड़क का वह हिस्सा पूरी तरह से क्षतिग्रस्त दिखाई दे रहा है. यह घटना तब और भी अधिक चिंताजनक हो जाती है जब हम इस बात पर विचार करते हैं कि यह सड़क एक महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल से जुड़ी हुई है. स्टैच्यू ऑफ यूनिटी, जो कि भारत का प्रमुख पर्यटन स्थल है. उस एरिया तक जाने के लिए यह मार्ग अत्यधिक उपयोग में आता है. ऐसे में इस तरह की घटना न केवल पर्यटकों की सुरक्षा को खतरे में डालती है, बल्कि राज्य की छवि को भी धूमिल कर रही है.
Statue of Unity- तक जाने का रास्ता है.
— SandeepKumar (@SandeepAtheist) August 29, 2024
देखो रास्ता,हॉस्पिटल, स्कूल,कॉलेज और यूनिवर्सिटी कितना भी खराब हो लेकिन हिन्दुओं में Unity कम नहीं होनी चाहिए.
मात्र 3000 करोड़ की ही लागत में ही तो बनी हैं मूर्ति नहीं जायेंगे वहाँ तक लेकिन हम अंधभक्त नारा यही लगाएंगे 'आयेगा तो मोदी ही' pic.twitter.com/fdD6gkHhed
ये भी पढ़ें- घर में हुआ ऐसा हादसा...देख कांप जाएगी रूह, सामने आया वीडियो
स्थानीय नागरिकों ने इस मुद्दे को लेकर प्रशासन पर कड़ी आलोचना की है. उनका आरोप है कि सड़क निर्माण में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार हुआ है, जिसके कारण निर्माण की गुणवत्ता पर ध्यान नहीं दिया गया. लोगों का कहना है कि ठेकेदार ने निर्माण सामग्री में जमकर धांधली की, जिससे सड़क इतने कम समय में ही बह गई. नागरिकों का आरोप है कि अगर निर्माण कार्य सही ढंग से और गुणवत्ता के साथ किया गया होता तो सड़क की हाल नहीं होती.
इसके बावजूद प्रशासन की ओर से अभी तक इस मामले में कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है. शिवम कंस्ट्रक्शन कंपनी ने भी इस मामले पर अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है. स्थानीय जनता मांग कर रही है कि इस मामले की उच्च स्तरीय जांच कराई जाए और दोषियों को सख्त सजा दी जाए.