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राशन कार्ड नोटिस Photograph: (X)
पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत सरकार ने पाकिस्तानी नागरिकों को देश छोड़ने का आदेश दिया है, खासतौर पर वे जो शॉर्ट-टर्म वीजा पर भारत आए हैं. इस फैसले के बीच, सोशल मीडिया पर एक ऐतिहासिक दस्तावेज़ तेजी से वायरल हो रहा है, जो 1947 के बंटवारे के समय दिल्ली के राशनिंग डिपार्टमेंट द्वारा जारी किया गया बताया जा रहा है.
क्या आप पाकिस्तान जा रहे हैं?
इस नोटिस में लिखा है: “क्या आप पाकिस्तान जा रहे हैं? अगर हां, तो कृपया अपना राशन कार्ड जमा करना न भूलें.” यह लाइन लोगों का ध्यान अपनी ओर खींच रही है और देश के बंटवारे के समय की गंभीर परिस्थितियों की एक झलक पेश करती है. इस नोटिस को लेकर सोशल मीडिया पर अलग-अलग प्रतिक्रियाएं आ रही हैं. कुछ लोग इसे ऐतिहासिक दस्तावेज़ मान रहे हैं तो कुछ इसे मौजूदा हालात से जोड़कर देख रहे हैं.
राशन कार्ड लेना था जरुरी
इतिहासकारों का मानना है कि 1947 में जब भारत और पाकिस्तान दो अलग देशों के रूप में बने, तब लाखों लोग सीमा पार कर भारत से नए देश पाकिस्तान जा रहे थे. उस समय राशन कार्ड जैसे सरकारी दस्तावेजों को वापस लेना प्रशासन के लिए जरूरी था, ताकि संसाधनों का सही वितरण सुनिश्चित किया जा सके.
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22 अप्रैल को आतंकियों ने किया था अटैक
हालांकि, इस वायरल नोटिस की प्रामाणिकता की अब तक पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन इसका भाव और समय इसे ऐतिहासिक दस्तावेज़ों की श्रेणी में ला देता है. हाल ही में हुए पहलगाम आतंकी हमले में 26 पर्यटकों की जान चली गई थी.
इसके बाद भारत सरकार ने पाकिस्तानी नागरिकों के खिलाफ सख्त कदम उठाते हुए, उन्हें भारत छोड़ने का आदेश दिया. इसी माहौल में यह नोटिस सामने आया है, जो वर्तमान परिस्थितियों और इतिहास के बीच एक अनोखा संबंध स्थापित करता है.
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