एक बार फिर पाकिस्तान ने अपनी पुरानी आदतों को दोहराते हुए भारत की शांति और अखंडता को चुनौती देने की नाकाम कोशिश की है. सीमा पार से हो रही आतंकवादी गतिविधियां, भड़काऊ बयानबाजी और अब साइबर हमलों के जरिए भारत को अस्थिर करने का षड्यंत्र रचा जा रहा है. 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम क्षेत्र में जो दर्दनाक आतंकी हमला हुआ, उसने पाकिस्तान की साजिशों को एक बार फिर बेनकाब कर दिया है.
इस हमले में 26 निर्दोष पर्यटकों को बेरहमी से मौत के घाट उतारा गया. यह हमला “द रेजिस्टेंस फ्रंट” (TRF) नामक आतंकी संगठन ने अंजाम दिया, जो लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा है. यह घटना किसी एक दिन की योजना नहीं थी, बल्कि लंबे समय से पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के संरक्षण में तैयार किया गया एक क्रॉस-बॉर्डर ऑपरेशन था.
जहरीले भाषणों से उभरा खूनी षड्यंत्र
16 अप्रैल को पाकिस्तान के सैन्य प्रमुख असीम मुनीर ने एक सार्वजनिक मंच से भारत विरोधी भाषण दिया. दो दिन बाद, PoK के खैगाला क्षेत्र में लश्कर के एक वरिष्ठ आतंकी नेता ने भारत को खुलेआम धमकियां दीं. उसी के कुछ दिनों बाद पहलगाम में यह नरसंहार सामने आया. यह साफ संकेत है कि हमले के पीछे राजनीतिक और आतंकी मिलीभगत है.
झूठ की दीवार खुद गिरी
पाकिस्तान ने हमेशा की तरह इस हमले को “फॉल्स फ्लैग” कह कर अपना पल्ला झाड़ने की कोशिश की, लेकिन उसके रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ के हालिया बयान ने खुद उनके देश की पोल खोल दी. एक ब्रिटिश चैनल से बातचीत में उन्होंने माना कि पाकिस्तान तीन दशकों से आतंकियों को समर्थन देता आया है.
सीमा पर अशांति फैलाने की साजिश
29 अप्रैल को जम्मू के परगवाल सेक्टर में पाकिस्तान ने सीज़फायर का उल्लंघन किया. यह सिर्फ एक घटना नहीं, बल्कि बीते एक महीने में पाकिस्तान की ओर से की जा रही लगातार घुसपैठ और गोलीबारी की श्रृंखला का हिस्सा है. अब तक 2025 में पाकिस्तान ने 15 बार सीज़फायर तोड़ा और 2651 बार छोटे हथियारों से फायरिंग की. इन प्रयासों में भारत ने 7 घुसपैठियों को ढेर किया.
भारतीय सेना का मज़बूत और संतुलित रुख
भारत ने स्थिति को बिगड़ने से रोकने के लिए संयम का प्रदर्शन किया है, लेकिन सेना ने पाकिस्तान को स्पष्ट शब्दों में चेतावनी दी है. पुंछ में हुई फ्लैग मीटिंग्स और साप्ताहिक DGMO स्तर की बातचीतों में भारत ने अपनी कड़ी आपत्ति दर्ज कराई.
साइबर हमले भी शुरू
पाकिस्तान अब इंटरनेट की दुनिया में भी मोर्चा खोल चुका है. हाल ही में उनके हैकर्स ने भारतीय सेना से जुड़ी कई संस्थाओं की वेबसाइट्स को निशाना बनाया, जैसे आर्मी नर्सिंग कॉलेज, आर्मी पब्लिक स्कूल्स और वेलफेयर संगठनों की साइट्स. हालांकि, भारतीय साइबर सुरक्षा ने इन हमलों को नाकाम किया, लेकिन यह दर्शाता है कि पाकिस्तान अब हर स्तर पर युद्ध का प्रयास कर रहा है.
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अब जवाब तय है भारत चुप नहीं बैठेगा
अब तक भारत ने परिपक्वता और धैर्य का प्रदर्शन किया है, लेकिन अब यह धैर्य जवाबी कार्रवाई में बदलेगा. सरकार ने सेना को पूरी छूट दे दी है, कार्रवाई कब और कहां हो, इसका फैसला सेना करेगी. अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भी भारत को समर्थन मिल रहा है और दुनिया पाकिस्तान की करतूतों की आलोचना कर रही है.