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पाकिस्तानी पासपोर्ट Photograph: (X)
दुनिया भर में जारी ताजा Henley Passport Index में पाकिस्तान का पासपोर्ट एक बार फिर निचले पायदानों पर पहुंच गया है. 7 अक्टूबर को जारी 2025 की इस वैश्विक रैंकिंग में पाकिस्तान का पासपोर्ट 103वें स्थान पर रखा गया है, जो कि यमन के बराबर है. इस लिस्ट में केवल तीन देश इराक (104), सीरिया (105) और अफगानिस्तान (106) ही पाकिस्तान से नीचे हैं.
पाकिस्तान के लिए इतने देशों में वीजा फ्री
रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान और यमन के नागरिकों को केवल 31 देशों में बिना वीज़ा या वीज़ा ऑन अराइवल सुविधा मिलती है. वहीं इराकी पासपोर्ट से 29, सीरियाई से 26 और अफगान पासपोर्ट से मात्र 24 देशों में प्रवेश की अनुमति मिलती है.
लगातार पाकिस्तानी पासपोर्ट हो रहा है कमजोर
पाकिस्तान का पासपोर्ट 2021 से लगातार दुनिया के सबसे खराब पासपोर्ट्स की लिस्ट में चौथे नंबर पर बना हुआ है. हेनली इंडेक्स देशों को उनके वीजा-फ्री स्कोर यानी ऐसे देशों की संख्या के आधार पर रैंक करता है, जहां उनके नागरिक बिना वीजा या आगमन पर वीजा प्राप्त कर यात्रा कर सकते हैं.
कोई सुधार का राह नहीं
पिछले वर्षों में पाकिस्तान की स्थिति में खास सुधार नहीं हुआ. 2024 और 2023 में यह 100वें स्थान पर था, जबकि 2022 में 109वें पायदान पर और 2021 में 107वें पर रहा. 2022 में पाकिस्तानियों को 32 देशों में बिना वीजा यात्रा की सुविधा थी, जो अब घटकर 31 रह गई है.
सिंगापुर पहले नंबर पर
वहीं, एशियाई देशों ने इस सूची में फिर से शीर्ष स्थानों पर कब्जा जमाया है. सिंगापुर लगातार पहले नंबर पर है, जिसके नागरिक 193 देशों में बिना वीज़ यात्रा कर सकते हैं. दूसरे स्थान पर दक्षिण कोरिया (190 देश) और तीसरे पर जापान (189 देश) है. जर्मनी, इटली, लक्ज़मबर्ग, स्पेन और स्विट्ज़रलैंड चौथे स्थान पर संयुक्त रूप से हैं, जबकि ऑस्ट्रिया, बेल्जियम, फ्रांस और आयरलैंड जैसे देश पांचवें स्थान पर हैं.
अमेरिका टॉप-10 से बाहर
दिलचस्प यह है कि अमेरिका का पासपोर्ट इस बार टॉप-10 से बाहर हो गया है. 2014 में नंबर-1 पर रहने वाला अमेरिकी पासपोर्ट अब 12वें स्थान पर खिसक गया है, जहां यह मलेशिया के साथ संयुक्त रूप से है. वहीं, ब्रिटेन का पासपोर्ट भी फिसलकर आठवें स्थान पर पहुंच गया है. संयुक्त अरब अमीरात (UAE) ने अपने पासपोर्ट के साथ शीर्ष 10 में जगह बनाए रखी है और अब यह आठवें स्थान पर पहुंच गया है, जबकि चीन का पासपोर्ट 59वें से गिरकर 64वें स्थान पर आ गया है. इस तरह एशिया के कुछ देशों ने अपनी वैश्विक पहुंच को और मजबूत किया है, जबकि पाकिस्तान जैसे देशों के नागरिकों के लिए दुनिया अब भी लगभग बंद दरवाजे जैसी बनी हुई है.
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