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रणधीर जायसवाल Photograph: (x)
भारत ने पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच एक कड़ा बयान जारी किया है. विदेश मंत्रालय (MEA) के प्रवक्ता रंधीर जायसवाल ने कहा कि पाकिस्तान अब भी कई आतंकी संगठनों को शरण दे रहा है और अपने आंतरिक असफलताओं के लिए पड़ोसी देशों को दोष देता रहता है.
अफगानिस्तान के अधिकारों के लिए खड़ा है भारत
जायसवाल ने कहा कि पाकिस्तान की सबसे बड़ी परेशानी यह है कि अब अफगानिस्तान अपनी जमीन और नीतियों पर खुद फैसला ले रहा है यानी, वह अपनी संप्रभुता (sovereignty) दिखा रहा है. भारत ने स्पष्ट किया है कि वह अफगानिस्तान की क्षेत्रीय अखंडता और स्वतंत्र निर्णय लेने के अधिकार का समर्थन करता है.
भारत ने यह भी ऐलान किया है कि काबुल में उसका तकनीकी मिशन जल्द ही पूर्ण दूतावास (Full-Fledged Embassy) में बदला जाएगा. यह कदम अफगानिस्तान के साथ भारत के कूटनीतिक संबंधों को नई मजबूती देने वाला साबित होगा.
बीते कई दिनों से तनाव है जारी
विदेश मंत्रालय के इस बयान को पाकिस्तान के लिए एक कड़े संदेश के रूप में देखा जा रहा है. दरअसल, बीते कुछ दिनों से पाकिस्तान और तालिबान सरकार के बीच सीमा विवाद को लेकर तनाव बढ़ा है. पाकिस्तान अफगानिस्तान पर टीटीपी (तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान) के आतंकी ठिकानों को नष्ट न करने का आरोप लगाता रहा है, जबकि अफगान पक्ष कहता है कि पाकिस्तान अपने घरेलू संकटों से ध्यान भटकाने के लिए उसे दोषी ठहरा रहा है.
भारत हमेशा आतंक के खिलाफ
भारत ने हमेशा कहा है कि वह आतंकवाद के खिलाफ एकजुट कार्रवाई में विश्वास रखता है और अफगान जनता की शांति व स्थिरता के लिए प्रतिबद्ध है. MEA का यह बयान न सिर्फ पाकिस्तान की नीतियों पर सवाल उठाता है, बल्कि यह भी दिखाता है कि भारत अब अफगानिस्तान में अपनी राजनयिक मौजूदगी को और मजबूत करने जा रहा है.
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