logo-image

किसान आंदोलन के बीच राहुल गांधी के भाषण का पुराना वीडियो आया सामने, बीजेपी हुई हमलावर

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के भाषण का एक पुराना वीडियो सामने आया है. जिसमें राहुल गांधी किसानों और कंपनियों के बीच सीधे व्यापार की बात कर रहे हैं.

Updated on: 27 Dec 2020, 02:03 PM

नई दिल्ली:

केंद्र सरकार के तीन नए कृषि कानूनों का जमकर विरोध हो रहा है. किसानों के साथ खड़े विपक्षी दल इनको 'काला कानून' करार दे रहे हैं. खासकर कांग्रेस इन कृषि कानूनों के खिलाफ और प्रदर्शनकारी किसानों के समर्थन में बिल्कुल मुखर है. लेकिन इस बीच कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के भाषण का एक पुराना वीडियो सामने आया है. जिसमें राहुल गांधी किसानों और कंपनियों के बीच सीधे व्यापार की बात कर रहे हैं. राहुल के इस वीडियो के सामने आने के बाद सत्तारूढ़ बीजेपी हमलावर हो गई है.

यह भी पढ़ें: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की मन की बात, जानिए 10 बड़ी बातें

बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के इस पुराने वीडियो को ट्विटर पर भी शेयर किया है. वीडियो में राहुल गांधी संसद के अंदर भाषण दे रहे हैं. राहुल ने अपने भाषण में कहा, 'कुछ साल पहले यूपी में मेरा दौरा था. वहां एक किसान ने मुझसे सवाल पूछा कहा कि हम आलू एक रुपये किलो बेचते हैं और हमारे बच्चे चिप्स खरीदते हैं, जो 10 रुपये का आता है, जिसमें एक आलू होता है. ये क्या जादू है. इस पर मैंने किसानों से कारण पूछा तो उन्होंने बताया कि फैक्ट्रियां हमसे दूर होती हैं. अगर हम सीधे फैक्ट्रियों को बेच पाते तो हमें पूरा पैसा मिलता. ये फूड पार्क के पीछे सोच थी.'

राहुल गांधी के इस वीडियो पर जेपी नड्डा ने ट्वीट में लिखा है, 'ये क्या जादू हो रहा है राहुल जी? पहले आप जिस चीज की वकालत कर रहे थे, अब उसका ही विरोध कर रहे हैं. देश हित, किसान हित से आपका कुछ लेना-देना नहीं है. आपको सिर्फ राजनीति करनी है. लेकिन आपका दुर्भाग्य है कि अब आपका पाखंड नहीं चलेगा. देश की जनता और किसान आपका दोहरा चरित्र जान चुके हैं.'

यह भी पढ़ें: राकेश टिकैत जान से मारने की धमकी देने वाला शख्स गिरफ्तार [

दरअसल, वीडियो में जिस तरह राहुल गांधी किसानों और कंपनियों के बीच सीधे व्यापार की बात कह रहे हैं, इसी को बीजेपी सरकार कृषि कानून में लेकर आई है. सरकार का कहना है कि इन नए कानूनों से देश का किसान कहीं भी अपनी फसल बेच सकता है. वह मंडियों या मंडी के बाहर फसल बेच सकता है. लेकिन अब कांग्रेस का कहना है कि सरकार ऐसा करके मंडियों को बंद करने का काम कर रही है. विपक्ष का कहना है कि सरकार किसानों की जमीनों को उद्योगपतियों को सौंपना चाहती है. कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी दल इन कानूनों को काला कानून बता रहे हैं.