अर्जेंटीना में मिला नया डायनासोर, विशाल पंजों से करता था शिकार

विज्ञान की दुनिया में एक नई खोज ने हलचल मचा दी है. एक नए डायनासोर की खोज हुई है, जिसके बारे में वैज्ञानिकों का मानना ​​है कि यह एक नए प्रकार का डायनासोर है.

विज्ञान की दुनिया में एक नई खोज ने हलचल मचा दी है. एक नए डायनासोर की खोज हुई है, जिसके बारे में वैज्ञानिकों का मानना ​​है कि यह एक नए प्रकार का डायनासोर है.

author-image
Ravi Prashant
New Update
new dinosaur

फाइल फोटो Photograph: (FREEPIK)

साइंस वर्ल्ड में एक नई खोज ने हलचल मचा दी है. अर्जेंटीना में वैज्ञानिकों को डायनासोर की एक नई प्रजाति के अवशेष मिले हैं. यह विशाल जीव लगभग 23 फीट (करीब 7 मीटर) लंबा था. इसके शक्तिशाली पंजे इसकी सबसे बड़ी पहचान थे. खास बात यह है कि यह नया डायनासोर मिगारेप्टोरान्स नामक रहस्यमयी समूह से जुड़ा है, जो लाखों साल पहले दक्षिण अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और एशिया के कुछ हिस्सों में फैले हुए थे. 

Advertisment

ये बिल्कुल ही एक नया जीव है

वैज्ञानिकों के अनुसार, इस डायनासोर का नाम जोक्विनरैप्टर कसाली रखा गया है. इसे अर्जेंटीना के पैटागोनिया क्षेत्र के लागो कोल्हुए हुआपी चट्टानों से खोजा गया. यहां से खोपड़ी का हिस्सा, हाथ, पैर और पूंछ की हड्डियां मिलीं. इन हड्डियों में मौजूद विशेषताओं से वैज्ञानिकों को समझ आया कि यह पहले से जानी-मानी प्रजाति नहीं, बल्कि एक बिल्कुल नया जीव है. 

आखिर ये जीव शिकार कैसे करते थे? 

मिगारेप्टोरान्स की खासियत उनका लंबा खोपड़ी ढांचा और बेहद ताकतवर पंजे थे. हालांकि वैज्ञानिक अभी यह तय नहीं कर पाए हैं कि ये जीव कैसे शिकार करते थे और डायनासोर की वंशावली में इनकी सही जगह कहां है, क्योंकि अब तक मिले जीवाश्म अधूरे रहे हैं. लेकिन इस खोज को बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है, क्योंकि यह अब तक का सबसे संपूर्ण ढांचा प्रस्तुत करता है.

कैसे हुए खत्म? 

अनुसंधानकर्ताओं का मानना है कि यह डायनासोर करीब 6.6 से 7 करोड़ साल पहले जीवित था, यानी उस दौर में जब डायनासोर प्रजाति लगभग विलुप्त होने के कगार पर थी. जीवाश्मों से पता चलता है कि यह जीव अपनी मौत के समय कम से कम 19 साल का था. हालांकि इसकी मृत्यु कैसे हुई, इसका रहस्य अभी बना हुआ है. 

क्या इन जानवरों का करता होगा शिकार? 

सबसे रोचक बात यह है कि इसके आगे के पैर की हड्डी जबड़े के पास पाई गई, जो दरअसल प्राचीन मगरमच्छ जैसी प्रजाति से जुड़ी थी. इससे संकेत मिलता है कि यह जीव मगरमच्छनुमा जानवरों का शिकार करता था और शायद उस समय के आर्द्र मैदानों पर शीर्ष शिकारी रहा होगा. 

इस डायनासोर का नाम वैज्ञानिक लुसियो इबिरिकु ने अपने बेटे जोक्विन की स्मृति में रखा. इबिरिकु का कहना है कि हालांकि उनका बेटा छोटा था और डायनासोरों में उसकी खास दिलचस्पी नहीं थी, लेकिन वे मानते हैं कि हर बच्चा डायनासोर पसंद करता है और उसे यह नामकरण अच्छा लगता. यह खोज न सिर्फ डायनासोर की प्रजातियों को समझने में मदद करेगी, बल्कि धरती पर जीवन के विकास की कड़ी को भी और स्पष्ट करेगी. 

ये भी पढ़ें- अपने ही दोस्त के साथ One Night Stand कर प्रेग्नेंट हुई ये एक्ट्रेस, झेलना पड़ा था अबॉर्शन का दर्द

old dinosaur Dinosaurs on Earth Dinosaurs News dinosaur
Advertisment