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पान वाले बाबा Photograph: (SOCIAL MEDIA)
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पान वाले बाबा Photograph: (SOCIAL MEDIA)
महाकुंभ 2025 में इस बार बाबाओं की अनोखी शख्सियतें सुर्खियां बटोर रही हैं. आईआईटियन बाबा, राबड़ी वाले बाबा, कांटे वाले बाबा के बाद अब “पान वाले बाबा” का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. राजस्थान के मूल निवासी और 74 वर्षीय महंत गिरधारी दास 1008, जिन्हें “पान वाले बाबा” के नाम से जाना जाता है. उनका का दावा है कि उनके पान से 13 तरह के रोग ठीक हो जाते हैं.
पान वाले बाबा का कहना है कि उनके द्वारा तैयार किए गए पान में ऐसी जड़ी-बूटियां और सामग्रियां डाली जाती हैं, जो रोगों को जड़ से खत्म करने की क्षमता रखती हैं. बाबा के मुताबिक, यह पान न केवल शारीरिक बल्कि मानसिक समस्याओं के लिए भी लाभदायक है. इस अनोखे पान को खाने के लिए दूर-दूर से लोग महाकुंभ में स्थित राघव मंदिर के शिविर में आ रहे हैं, जहां बाबा रह रहे हैं.
पान वाले बाबा का प्रभाव इतना गहरा है कि उनके शिष्य भी उन्हीं के नक्शे-कदम पर चलते हुए लोगों को पान खिला रहे हैं. बाबा के शिष्यों का कहना है कि यह सिर्फ एक साधारण पान नहीं, बल्कि आशीर्वाद का प्रतीक है. बाबा और उनके शिष्य इसे समाज सेवा का एक माध्यम मानते हैं, जहां लोगों के कष्टों को दूर किया जा सके.
राघव मंदिर के शिविर में बाबा से मिलने और उनका पान खाने के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है. लोग इसे आस्था और विश्वास के साथ जुड़ा मानते हैं. कई लोगों का दावा है कि पान खाने के बाद उनकी स्वास्थ्य समस्याओं में सुधार देखने को मिला है. आस्था या अंधविश्वास? पान वाले बाबा के दावों को लेकर लोगों की राय बंटी हुई है. जहां एक तरफ श्रद्धालु इसे चमत्कार मान रहे हैं, वहीं कुछ इसे महज अंधविश्वास करार दे रहे हैं. हालांकि, बाबा का कहना है कि यह उनका तप और साधना का परिणाम है, जिससे उन्हें यह अद्भुत ज्ञान प्राप्त हुआ.
महाकुंभ 2025 में पान वाले बाबा जैसे अनोखे बाबाओं ने कुंभ के धार्मिक और सांस्कृतिक पहलू में एक नया रंग भर दिया है. लोग न केवल आध्यात्मिक लाभ के लिए बल्कि इन बाबाओं के अनोखे दावों और व्यक्तित्वों को देखने के लिए भी उमड़ रहे हैं. महाकुंभ का यह आयोजन न केवल धार्मिक श्रद्धा का प्रतीक है, बल्कि इसमें समाज के विभिन्न पहलुओं और मान्यताओं का सम्मिश्रण देखने को मिलता है. पान वाले बाबा इसकी एक अनोखी मिसाल हैं.
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