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वायरल वीडियो Photograph: (instagram)
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वायरल वीडियो Photograph: (instagram)
सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें एक पति-पत्नी के बीच कपड़ों को लेकर बहस होती नजर आ रही है. यह वीडियो सामने आने के बाद एक बार फिर यह सवाल उठने लगा है कि क्या महिलाओं को अपनी मर्जी से कपड़े पहनने का हक नहीं है? क्या उनके पहनावे पर फैसले लेने का अधिकार सिर्फ पुरुषों के पास होना चाहिए?
वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि एक महिला अपने पति से बहस कर रही है. बहस की वजह यह है कि पति अपनी पत्नी के पहनावे को लेकर नाराज है. वह कहता है, “तुमने यह ड्रेस पहनकर जाने का फैसला क्यों किया?” इस पर पत्नी आत्मविश्वास के साथ जवाब देती है, “मुझे जो सही लगता है, मैं वही पहनूंगी. यह मेरा फैसला है, तुम्हारा नहीं.”
पति बार-बार कपड़ों को लेकर आपत्ति जताता है, लेकिन महिला स्पष्ट शब्दों में अपनी बात रखती है कि उसे अपने पहनावे पर किसी की अनुमति की जरूरत नहीं है.
इस वीडियो के सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर बहस छिड़ गई है. कुछ लोग महिला के आत्मनिर्भर रवैये की सराहना कर रहे हैं, तो कुछ पति का पक्ष लेते हुए कह रहे हैं कि घर के संस्कारों और पारिवारिक मूल्यों को बनाए रखना भी जरूरी है. एक यूजर ने लिखा, “हर किसी को अपने पहनावे की आजादी होनी चाहिए. कोई किसी पर दबाव नहीं डाल सकता.” वहीं, एक अन्य यूजर ने कहा, “अगर पति-पत्नी के बीच आपसी समझ है, तो ऐसी बहस नहीं होनी चाहिए.”
भारत में किसी भी व्यक्ति को अपनी मर्जी के अनुसार कपड़े पहनने का अधिकार है. यह संविधान के अनुच्छेद 21 (जीवन और व्यक्तिगत स्वतंत्रता का अधिकार) के तहत आता है. कोई भी व्यक्ति, चाहे वह पति हो, पिता हो, भाई हो या समाज हो, किसी महिला को यह आदेश नहीं दे सकता कि उसे क्या पहनना चाहिए और क्या नहीं.
इस वीडियो ने एक बार फिर महिलाओं की आजादी और समाज की मानसिकता को लेकर बहस छेड़ दी है. महिलाओं को अपने पहनावे का फैसला खुद लेने का पूरा हक है, और किसी को भी उन पर अपनी सोच थोपने का अधिकार नहीं होना चाहिए. समय के साथ समाज में बदलाव आ रहा है, लेकिन अभी भी ऐसे मुद्दों पर जागरूकता और संवेदनशीलता की जरूरत है.
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