/newsnation/media/media_files/2025/09/06/viral-blood-moon-2025-09-06-16-35-48.jpg)
ब्लड मून Photograph: (Freepik)
आसमान के रहस्यों और इसकी खूबसूरती को चाहने वालों के लिए रविवार देर रात काफी खास है. क्योंकि भारत समेत एशिया के कई देशों में पूर्ण चंद्रग्रहण दिखाई देगा. इसे आम तौर पर ब्लड मून भी कहा जाता है, क्योंकि इस दौरान चांद गहरे लाल रंग का नजर आता है.
ऐसा क्यों होता है?
यह घटना तब होती है जब सूर्य, पृथ्वी और चंद्रमा एक सीधी रेखा में आ जाते हैं. पृथ्वी की परछाई चांद पर पड़ती है. और उसकी चमकदार सफेद रोशनी की जगह लालिमा नजर आती है. वैज्ञानिकों के मुताबिक, लाल रंग इसलिए दिखता है क्योंकि पृथ्वी का वातावरण नीली रोशनी को रोक लेता है और सिर्फ लाल रोशनी चांद तक पहुंच पाती है.
भारत में कब दिखेगा?
भारतीय समय के अनुसार, चंद्रग्रहण रात 11 बजे शुरू होगा और 12 बजकर 22 मिनट तक चलेगा. हालांकि, इसकी शुरुआत पेनुम्ब्रल यानी आंशिक छाया चरण से होगी, जो 10 बजकर 1 मिनट से दिखना शुरू हो जाएगा.
भारत और चीन में साफ दिखेगा नजारा
भारत और चीन समेत पूरे एशिया में यह नजारा सबसे साफ दिखेगा. इसके अलावा, अफ्रीका के पूर्वी हिस्सों और पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया से भी लोग इस खूबसूरत घटना को देख सकेंगे. यूरोप और अफ्रीका के कुछ हिस्सों में यह आंशिक रूप में नजर आएगा, जबकि अमेरिका पूरी तरह से इससे चूक जाएगा.
आराम से देख पाएंगे आप
सबसे अच्छी बात यह है कि इसे देखने के लिए किसी खास चश्मे या प्रोजेक्टर की जरूरत नहीं होती. साफ मौसम और खुला आसमान हो तो इसे नंगी आंखों से सुरक्षित तरीके से देखा जा सकता है.
यह इस साल का दूसरा पूर्ण चंद्रग्रहण होगा. इससे पहले मार्च में ऐसा नजारा देखने को मिला था. वैज्ञानिकों के अनुसार, यह घटना अगले साल होने वाले एक बेहद खास सूर्यग्रहण की झलक भी मानी जा रही है.
यूरोप में होगा कुछ ऐसा?
12 अगस्त 2026 को यूरोप के कुछ हिस्सों, खासकर स्पेन और आइसलैंड में, एक दुर्लभ पूर्ण सूर्यग्रहण दिखाई देगा. यह यूरोप की धरती पर 2006 के बाद पहली बार होगा, जब पूरा सूर्य पूरी तरह से ढक जाएगा.
ये भी पढ़ें- 1BHK फ्लैट का किराया 1,20,000 रुपये महीना, रूसी लड़की ने बताई गुरुग्राम की सच्चाई