'भूतियां हाथी' ने सोशल मीडिया पर मचाई खलबली, जानकर लोगों नहीं हो रहा है यकीन

सेनेगल का नियोकोलो-कोबा नेशनल पार्क (PNNK) पश्चिम अफ्रीका के कुछ सबसे दुर्लभ और रहस्यमय वन्यजीवों का घर रहा है. इनमें से एक प्रजाति है अफ्रीकी हाथी, जिसे अब 'भूत हाथी' के नाम से जाना जाता है

सेनेगल का नियोकोलो-कोबा नेशनल पार्क (PNNK) पश्चिम अफ्रीका के कुछ सबसे दुर्लभ और रहस्यमय वन्यजीवों का घर रहा है. इनमें से एक प्रजाति है अफ्रीकी हाथी, जिसे अब 'भूत हाथी' के नाम से जाना जाता है

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Ravi Prashant
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भूतियां हाथी Photograph: (X)

सेनेगल का नियोकोलो-कोबा नेशनल पार्क (PNNK) पश्चिम अफ्रीका के कुछ सबसे दुर्लभ और रहस्यमय वन्यजीवों का घर रहा है. इनमें से एक प्रजाति है अफ्रीकी हाथी, जिसे अब 'भूत हाथी' के नाम से जाना जाता है. यह हाथी इतने कम दिखाई देते हैं कि इसे लेकर रहस्यमय मिथक बने हुए हैं. लेकिन हाल ही में, एक कैमरा ट्रैप ने इस 'भूत हाथी' की पहली बार आधिकारिक वीडियो रिकॉर्डिंग की है, जो पार्क में हाथियों की घटती संख्या का एक दर्दनाक संकेत है.

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इस नए वीडियो फुटेज में, पैंथेरा नामक वन्यजीव संरक्षण संगठन के सहयोग से सेनेगल के नेशनल पार्क डायरेक्टोरेट (DPN) ने एक पुरुष हाथी को रात के अंधेरे में चलते हुए कैद किया. इस हाथी का नाम 'उस्मान' रखा गया है, जो पार्क रेंजर उस्मान सार के नाम पर रखा गया है. इस फुटेज में हाथी का विशाल शरीर रात्री-दृष्टि कैमरे में हल्का चमकता हुआ दिखाई देता है, जैसे वह चुपके से पार्क के अंधेरे में टहल रहा है.

इसकी पहचान अलग होती है

अफ्रीकी वन हाथी, जो अफ्रीका के आद्र उष्णकटिबंधीय जंगलों में पाए जाते हैं, आकार में थोड़ा छोटा होता है और इसकी पहचान сав हाथी से अलग होती है. यह हाथी प्रजाति अब गंभीर संकट में है और आईयूसीएन (International Union for Conservation of Nature) के रेड लिस्ट में इसे 'आकस्मिक संकट' में रखा गया है.

उस्मान का आखिरी बार जनवरी 2019 में देखना हुआ था और अब 2020 के बाद पहली बार इसे कैमरे में कैद किया गया है. वर्तमान में, नियोकोलो-कोबा पार्क में केवल 5 से 10 अफ्रीकी हाथी ही बचने की उम्मीद जताई जा रही है, जो 1970 के दशक के अंत में 450 तक थे.

क्या कहते हैं एक्सपर्ट? 

हालांकि, आशा की किरण भी है. विशेषज्ञों के अनुसार, हाथियों की संख्या बढ़ाने के लिए पार्क में पुनर्वास और संरक्षण उपायों की संभावना पर चर्चा हो रही है. पार्क के पश्चिमी अफ्रीकी शेरों की संख्या में भी वृद्धि देखी गई है, जिससे यह साबित होता है कि अगर सही संरक्षण कदम उठाए जाएं, तो प्रजातियां फिर से पनप सकती हैं.

नियोकोलो-कोबा के संरक्षण प्रयासों के परिणामस्वरूप, पार्क को हाल ही में यूनेस्को द्वारा 'विश्व धरोहर स्थल संकटग्रस्त सूची' से बाहर कर दिया गया है. हालांकि, यह हाथी और अन्य संकटग्रस्त प्रजातियों की रक्षा में और अधिक प्रयासों की आवश्यकता को दर्शाता है.

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