/newsnation/media/media_files/2025/01/04/4JIkWpUSc1ecuZMG7tmV.jpg)
कपल राइट्स इन इंडिया Photograph: (Freepik)
couple rights in india:अगर मान लीजिए कि आप अपनी गर्लफ्रेंड के साथ होटल में गए हैं और उसी दौरान उस होटल पर पुलिस रेड मार देती है. इस रेड में पुलिस आपको पकड़ ले तो क्या करेंगे. आज हम इस खबर में जानेंगे कि आपके पास क्या अधिकार होगा, जो आपके सेफ रखेगा. किसी होटल में ठहरे कपल को पुलिस रेड के दौरान पकड़ने की घटनाएं अक्सर चर्चा का विषय बन जाती हैं. भारत में कई बार ऐसा देखा गया है कि बालिग कपल्स को सिर्फ साथ होने की वजह से नैतिक पुलिसिंग (Moral Policing) का सामना करना पड़ता है. हालांकि, संविधान और कानून के तहत हर नागरिक को अपने अधिकारों की रक्षा करने का हक है.
पुलिस करने लगे परेशान?
ऐसे मे कपल के पास कानूनी हथियार होते हैं, जो यूज कर सकते हैं. भारतीय कानून के तहत, अगर कपल बालिग हैं और वे अपनी मर्जी से होटल में रुके हैं, तो उन्हें कानूनी रूप से कोई रोक-टोक नहीं हो सकती. संविधान का अनुच्छेद 21 हर नागरिक को “जीवन और व्यक्तिगत स्वतंत्रता” का अधिकार देता है.
वहीं, सुप्रीम कोर्ट के अनुसार, गोपनीयता (Right to Privacy) एक मौलिक अधिकार है. अगर कोई कपल निजी तौर पर होटल के कमरे में रह रहा है, तो इसे उनकी व्यक्तिगत स्वतंत्रता का उल्लंघन माना जाएगा. पुलिस को तभी हस्तक्षेप करने का अधिकार है जब होटल में कोई गैर-कानूनी गतिविधि, जैसे वेश्यावृत्ति, मादक पदार्थों की तस्करी या अवैध व्यापार हो रहा हो. अगर इस केस में भी पुलिस कपल को पकड़ लेती है तो क्या करना चाहिए, चलिए जान लेते हैं.
कपल को क्या करना चाहिए?
अगर पुलिस कपल को परेशान करती है, तो उन्हें अपने पहचान पत्र (ID) और होटल की बुकिंग का सबूत दिखाना चाहिए. इस दौरान कपल पुलिस से पूछ सकते हैं कि उनके खिलाफ किस कानून के तहत कार्रवाई की जा रही है. किसी भी प्रकार की अनुचित कार्रवाई या दुर्व्यवहार की स्थिति में तुरंत एक वकील से संपर्क करना चाहिए.
क्या होती है पुलिस की जिम्मेदारी?
पुलिस का काम कानून-व्यवस्था बनाए रखना है, न कि नैतिक पुलिसिंग करना.अगर कोई कपल केवल अपने निजी समय का आनंद लेने के लिए होटल में है, तो इसे गैर-कानूनी गतिविधि नहीं माना जा सकता. कानूनी विशेषज्ञों के अनुसार, यदि कपल बालिग हैं और उनके पास उचित पहचान पत्र हैं, तो पुलिस की ओर से किसी भी प्रकार की जबरदस्ती या दुर्व्यवहार उनके संवैधानिक अधिकारों का उल्लंघन है. पिछले कुछ वर्षों में ऐसी घटनाओं पर सोशल मीडिया पर जागरूकता बढ़ी है. लोग नैतिक पुलिसिंग और निजता के अधिकार को लेकर खुलकर अपनी राय व्यक्त कर रहे हैं.
ये भी पढ़ें- कौन थीं सपना दीदी, जिसने दाऊद इब्राहिम को कर दिया था तबाह!