New Update
/newsnation/media/media_files/2024/12/31/v2Cnimg6RBM4a4kVeVoi.jpg)
वायरल न्यूज Photograph: (SM)
0
By clicking the button, I accept the Terms of Use of the service and its Privacy Policy, as well as consent to the processing of personal data.
Don’t have an account? Signup
पुणे के एक पब द्वारा आयोजित न्यू ईयर पार्टी इस समय विवादों में घिर गई है. इस पब ने अपनी पार्टी में शामिल होने वाले युवाओं के बीच कंडोम और ओआरएस (ओरल रिहाइड्रेशन सॉल्यूशन) के पैकेट बांटने की योजना बनाई थी.
वायरल न्यूज Photograph: (SM)
पुणे के एक पब द्वारा आयोजित न्यू ईयर पार्टी इस समय विवादों में घिर गई है. इस पब ने अपनी पार्टी में शामिल होने वाले युवाओं के बीच कंडोम और ओआरएस (ओरल रिहाइड्रेशन सॉल्यूशन) के पैकेट बांटने की योजना बनाई थी. आयोजकों का दावा है कि उनका उद्देश्य युवाओं को जागरूक करना, जिम्मेदारी को प्रोत्साहित करना और सुरक्षा का संदेश देना है. हालांकि, इस कदम ने विवाद को जन्म दे दिया है, और पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है.
पब प्रबंधन ने अपनी सफाई में कहा कि कंडोम बांटना कोई अपराध नहीं है, बल्कि यह एक सामाजिक संदेश है. उनका कहना है कि ऐसे कदम उठाने से युवाओं को सुरक्षित और जिम्मेदार व्यवहार के लिए प्रेरित किया जा सकता है. साथ ही, ओआरएस के वितरण को पार्टी के दौरान युवाओं को हाइड्रेटेड और स्वस्थ रखने के प्रयास के रूप में प्रस्तुत किया गया.
इस मामले में विवाद बढ़ने के बाद पुणे पुलिस ने पब प्रबंधन से पूछताछ शुरू कर दी है. पुलिस यह जांच कर रही है कि क्या आयोजकों ने इन वस्तुओं के वितरण के लिए कोई कानूनी अनुमति ली थी और क्या यह कदम किसी भी कानून का उल्लंघन करता है.
ये भी पढ़ें- Spiderwoman और Batman खुलेआम रोमांस, नजर पड़ी तो शॉक्ड हो गया स्पाइडरमैन!
इस घटना पर सोशल मीडिया और स्थानीय लोगों की मिली-जुली प्रतिक्रियाएं देखने को मिली हैं. कुछ लोग इसे एक प्रगतिशील कदम मानते हैं, जो युवाओं को सुरक्षित रहने का संदेश देता है. वहीं, कुछ लोग इसे नैतिकता के खिलाफ बता रहे हैं और आयोजकों पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.
कंडोम बांटना या किसी उत्पाद को प्रचारित करना भारतीय कानून के तहत अपराध नहीं है, जब तक इसे अश्लीलता या नैतिकता का उल्लंघन करने के लिए इस्तेमाल न किया जाए. लेकिन सार्वजनिक तौर पर ऐसे आयोजनों में युवाओं को प्रभावित करने के तरीके पर सवाल उठाए जा रहे हैं.
यह मामला एक बार फिर समाज में व्यक्तिगत स्वतंत्रता और सामाजिक नैतिकता के बीच के टकराव को उजागर करता है. पुणे पुलिस की जांच के बाद ही यह स्पष्ट हो पाएगा कि पब का यह कदम केवल जागरूकता फैलाने के लिए था या इसके पीछे कोई और उद्देश्य था.
ये भी पढ़ें- आसमान में उड़ती चिड़िया ने लड़की को कर दिया पानी-पानी , वीडियो देख नहीं होगा यकीन!