Lok Sabha Election 2019 : आइए जानते हैं केंद्रीय कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह के संसदीय क्षेत्र पूर्वी चंपारण के बारे में
2009 और 2014 के लोकसभा चुनाव में राधा मोहन सिंह ने जीत दर्ज की. 2014 में मोदी सरकार ने उन्हें कृषि मंत्री बनाया
नई दिल्ली:
बिहार (BIHAR) में लोकसभा (LOK SABHA ELECTION 2019) की 40 सीट हैं. पूर्वी चंपारण (CHAMPARAN) उनमें से एक है. यहां से मौजूदा सासंद केंद्रीय कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह हैं (AGRICULTURE MINISTER RADHA MOHAN SINGH). 2014 के लोकसभा चुनाव (LOK SABHA ELECTION 2019) में राधा मोहन सिंह ने राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के विनोद कुमार को हराया था. 2009 में भी राधा मोहन सिंह ने जीत दर्ज की थी. इससे पहले भी वे 2 बार चुनाव जीत चुके हैं. 2014 में उन्हें मोदी (MODI GOVERNMENT) सरकार में कृषि मंत्री बनाया गया. राधा मोहन सिंह की गिनती बीजेपी (BJP) में ताकतवर नेता के रूप में होती है.
पूर्वी चंपारण लोकसभा सीट का राजनीतिक इतिहास
2008 में हुए परिसीमन के बाद पूर्वी चंपारण संसदीय क्षेत्र मोतिहारी के नाम से जाना जाता था. शुरुआत में इस सीट पर कांग्रेस का कब्जा रहा है. आपातकाल के बाद हुए चुनाव में जनता पार्टी (JANTA PARTY) ने जीत दर्ज की थी. उसके बाद यह सीट बीजेपी (BJP) के लिए सुरक्षित हो गई. यहां सबसे पहले लोकसभा का चुनाव 1952 में हुआ था. उस चुनाव में कांग्रेस ने जीत दर्ज की थी. 1952 से लेकर 1971 तक इस सीट पर कांग्रेस का कब्जा रहा. कांग्रेस के विभूति मिश्रा को मोतिहारी की जनता लगातार 5 बार सांसद चुनी. 1975 में इंदिरा गांधी ने पूरे देश में आपातकाल लगा दिया. जिससे देश में कांग्रेस के प्रति जनता में आक्रोश था. इसका फायदा जनता पार्टी को मिला. 1977 में इस लोकसभा सीट पर जनता पार्टी को जीत मिली.
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1980 में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के कमला मिश्र मधुकर ने लाल सलाम को बुलंद किया. 1984 में कांग्रेस ने फिर से वापसी की. प्रभावति गुप्ता सांसद बनीं. 1989 में बीजेपी ने राधामोहन सिंह को चुनाव लड़ने का मौका दिया. राधामोहन सिंह पार्टी की उम्मीद पर खरा उतरते ही जीत दर्ज की. 1991 में कमला मिश्र ने फिर से सांसद चुने गए. 1996 में राधा मोहन सिंह ने फिर से कमल खिलाया. 1998 में राधा मोहन सिंह (AGRICULTURE MINISTER RADHA MOHAN SINGH).को आरजेडी की रमा देवी ने हरा दिया, लेकिन 1999 में राधा मोहन सिंह फिर से चुनाव जीत गए. 2004 में यहां का गणित बदल गया. आरजेडी के ज्ञानेंद्र कुमार ने राधा मोहन सिंह को हरा दिया. लेकिन परिसीमन के बाद इस सीट पर बीजेपी जीतती आ रही है. 2004 और 2009 के लोकसभा चुनाव में राधा मोहन सिंह ने जीत दर्ज की. 2014 में मोदी सरकार में उन्हें कृषि मंत्री बनाया गया.
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पूर्वी चंपारण संसदीय क्षेत्र में कुल मतदाता
पूर्वी चंपारण लोकसभा सीट में मतदाताओं की कुल संख्या 11 लाख 87 हजार 2 सौ 64 हैं. इनमें से 6 लाख 40 हजार 9 सौ 1 पुरुष और 5 लाख 46 हजार 3 सौ 63 महिला मतदाता हैं.
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पूर्वी चंपारण लोकसभा सीट के अंतर्गत आने वाली विधानसभा सीट
पूर्वी चंपारण लोकसभा सीट के अंतर्गत विधानसभा की 6 सीटें आती हैं. जिसमें हरसिद्धी, गोविंदगंज, केसरिया, कल्याणपुर, पिपरा और मोतिहारी. पिछले विधानसभा चुनाव में 6 सीटों में से 3 पर बीजेपी, 2 पर आरजेडी और 1 पर एलजेपी का कब्जा है.
2014 का लोकसभा चुनाव
2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को जीत मिली. राधामोहन सिंह ने आरजेडी के विनोद कुमार श्रीवास्तव को भारी मतों से हराया था. राधामोहन सिंह ने 4 लाख 4 सौ 52 वोट प्राप्त किए. विनोद कुमार को 2 लाख 8 हजार 2 सौ 89 वोट प्राप्त किए. तीसरे नंबर पर जेडीयू के अवनीश कुमार सिंह रहे.
2019 को लोकसभा चुनाव
2019 के लोकसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है. बिहार में एनडीए की सरकार है. बीजेपी 17 पर, जेडीयू 17 पर और लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) 6 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे. वहीं दूसरी तरफ विपक्ष ने भी महागठबंधन कर लिया है. राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा एनडीए से अलग होकर महागठबंधन में शामिल हो गया है.
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